वाराणसी के डाफी टोल प्लाजा पर ओवरलोडिंग का खेल, फर्जी नंबर प्लेट और बिना नंबर के चल रही ट्रकें
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. ओवरलोड चलने वाली गाड़ियों पर जुर्माना 10 गुना से घटा कर सिर्फ दोगुना करने का असर सड़कों पर दिखने लगा है। इसे बीते 31 दिसंबर से सभी टोल प्लाजा पर लागू किया गया था। इससे स्थिति यह है कि ओवरलोड गाड़ियों की संख्या काफी तेजी से बढ़ने लगी हैं। महीने भर में ही ओवरलोड गाड़ियों की संख्या साढ़े चार हजार के पार पहुंच गई है।
पहले दस गुना जुर्माना लगाए जाने पर इनकी संख्या अधिकतम 500 तक जाती थी। देश भर के टोल प्लाज़ा पर सिर्फ दोगुना वसूली का आदेश आने के बाद गाड़ियां मानक का उल्लंघन करते दौड़ रही हैं। ट्रक ओवरलोड न दिखे इसके लिए ट्रांसपोर्टर और ट्रक चालक ऊपर से तिरपाल लगाकर ढक दे रहे हैं। अब ओवरलोड वाहनों की बढ़ती संख्या को लेकर एनएचएआई और टोल वसूली करने वाली कंपनी के अधिकारी परेशान हैं। सोनभद्र, मीरजापुर, बिहार, मध्यप्रदेश, झारखंड से आने वाले लाल बालू, गंगा बालू, मोरंग, गिट्टी, बोल्डर, कोयला लादकर चलने वाली गाड़ियों की संख्या अधिक हैं।
ओवरलोड चलते समय फर्जी नंबर या बिना नंबर चल रही ट्रकें
गिट्टी, बालू और मोरंग में चलने वाली ओवरलोड गाड़ियां गंगा पुल पर ही गाड़ी से फास्टैग हटा देते हैं। इससे सिर्फ दोगुना टोल वसूली देकर पार हो जाते हैं। ट्रक खाली जाते समय फास्टैग लगाकर चलते हैं ताकि जुर्माना न लगे। टोल प्लाजा हेड मनीष कुमार ने बताया कि 15 फीसद ओवरलोड ट्रकें बिना नंबर या गलत नंबर लगाकर चलती हैं। परिवहन विभाग टोलप्लाज़ा के नंबरों के आधार पर चालान कर देता है जिसके बाद कई ट्रक और कार चालक टोल प्लाज़ा पर आकर झगड़ा करते हैं। सरकार द्वारा दी गई छूट का लोग गलत फायदा उठाते हैं।
ओवरलोड गाड़ियों से सड़के होंगी खराब
डाफी टोलप्लाजा पर अचानक तेजी से बढ़ रही ओवरलोड गाड़ियों की संख्या से टोलप्लाज़ा के अधिकारी परेशान हैं कि क्षमता से ज्यादा ट्रक चालक माल लेकर जा रहे हैं जबकि इससे होने वाले राजस्व का नुकसान है। जब यहां 500 ओवरलोड गाड़ियां थी तो प्रतिदिन साढ़े सात लाख से ज्यादा वसूली ओवरलोड से होती थी।अभी चार हजार के ऊपर पहुंच जाने के बाद भी उतनी वसूली नहीं हो रही है। वाराणसी जिले में पड़ने वाली नेशनल हाईवे की स्थिति पहले से ही बदतर थी और अब चार हजार से ज्यादा गाड़ियां कुछ महीने में ही सड़क की सूरत बिगाड़ देंगी।