अखिलेश यादव से खफा रामकृपाल साइकिल से उतरे, अब थामा कांग्रेस का हाथ
गाजीपुर न्यूज़ टीम, प्रयागराज. यूपी विधानसभा चुनाव में टिकट न मिलने से कई नेताओं की नाराजगी सामने आ रही है. नाराज नेताओं के पास अन्य पार्टी जॉइन करने का सबसे बेहतर विकल्प है. विपक्षी पार्टियों के लिए ऐसे बागी नेताओं को टिकट देना फायदे का सौदा लग रहा है. इस कड़ी में सपा के नाराज नेता ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया है. हम बात कर रहे हैं पूर्व विधायक रामकृपाल की. रामकृपाल सपा के सदस्य थे लेकिन इस विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव ने उनका टिकट काट दिया. इससे वे काफी आहत हुए और उन्होंने पार्टी छोड़ने का निर्णय कर लिया.
समाजवादी पार्टी की साइकिल छोड़कर अब रामकृपाल ने कांग्रेस का हाथ थामा है. मंगलवार को कांग्रेस शहर अध्यक्ष प्रदीप मिश्रा अंशुमान ने उन्हें कांग्रेस पार्टी जॉइन करवाई. इस मौके पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अनुग्रह नारायण सिंह भी मौजूद थे. दरअसल पूर्व विधायक रामकृपाल लगभग छह माह पहले ही समाजवादी पार्टी में शामिल हुए थे. लेकिन सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव द्वारा टिकट न दिए जाने से नाराज थे. कांग्रेस में शामिल होने के बाद अब पूर्व विधायक रामकृपाल यमुनापार की कोरांव सीट से प्रत्याशी बनाए जा सकते हैं.
परिवारवाद हावी है वहां
सपा का साथ छोड़ते ही रामकृपाल के सुर भी बदल गए हैं. उन्होंने कांग्रेस जॉइन करते ही सपर हमला बोलना शुरू कर दिया. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी में समाजवाद नहीं है बल्कि परिवारवाद हावी है. वहां पर परिवार के लोगों को ही आगे बढ़ने का मौका मिलता है. उन्होंने कहा कि वे कांग्रेस के लिए ही अब आगे काम करेंगे और पार्टी की नीतियों को आगे बढ़ाएंगेे. आगामी विधानसभा चुनाव में वे कांग्रेस के हाथ को मजबूत करेंगे. रामकृपाल वर्ष 1996 और 2002 में लगातार दो बार विधायक रहे हैं. रामकृपाल प्रयागराज की मेजा सीट से सीपीएम के टिकट पर लगातार दो चुनाव जीते थे. वे पहले भी कांग्रेस पार्टी में रह चुके हैं.