प्रयागराज-वाराणसी की दूरी सिर्फ दो घंटे में पूरी होगी, नवंबर तक रेलवे की डबल लाइन बनेगी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, प्रयागराज. प्रयागराज से वाराणसी तक का सफर करने वालों के लिए अच्छी खबर है। इस रूट पर अब और भी आरामदायक सफर पूरा हो सकेगा। पूरे रफ्तार से ट्रेनें चलेंगी यानी बीच में रोककर दूसरी रेलगाड़ी को पास कराने में वक्त नहीं जाया होगा। इससे इन दोनों शहरों के बीच की दूरी अब कम समय में पूरी हो सकेगी। इसके लिए भारतीय रेलवे ने तैयारी की है। इन तैयारियों को अंतिम रूप भी दिया जा रहा है। यहां हम रेलमार्ग की बात कर रहे हैं।
120 किमी की दूरी मात्र दो घंटे में होगी पूरी
तीर्थराज प्रयागराज यानी गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती का शहर। संगम नगरी में दूर-दूर से श्रद्धालु यहां आकर संगम के पावन जल में स्नान कर यहां के धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण करते हैं। पर्यटकों की भी आवाजाही वर्ष भर बनी रहती है। वहीं प्रयागराज से निकट वाराणसी जनपद में भी पर्यटकों की भीड़ लगी रहती है। इन दोनों शहरों के बीच की दूरी भी अधिक नहीं है लेकिन ट्रेन से सफर करने में वक्त भी लगता है। हालांकि वाराणसी पहुंचना अब और आसान होगा। प्रयागराज से वाराणसी के बीच 120 किमी का सफर मात्र दो घंटे में पूरा हो सकेगा।
रामबाग-माधीसिंह रेलखंड के बीच डबल लाइन बिछाने को 150 करोड़
रामबाग-माधोसिंह रेलखंड के बीच डबल लाइन बिछाने के लिए 150 करोड़ रुपये मिले हैं। इससे कार्य में तेजी आएगी। इसी साल नवंबर माह तक डबल लाइन बिछाने का कार्य पूर्ण हो जाएगा। रामबाग-माधोसिंह रेलखंड के बीच किए जा रहे कार्य के लिए इस बार पिंक बुक में 150 करोड़ रुपये आवंटित किए जाने का जिक्र है।
गोरखपुर की घटेगी दूरी
प्रयागराज विमान सेवा की ओर से गोरखपुर से पहले ही जुड़ चुका है। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे बनने से प्रयागराज और गोरखपुर की कनेक्टिविटी आसान होगी। हाईवे से लगभग 80 किमी की दूरी भी घटेगी और बिना ट्रैफिक के गोरखपुर तक सफर काफी तेज और आसान होगा। दूसरी ओर रेलवे लाइन के दोहरीकरण का भी सीधा लाभ मिलेगा। ट्रेनें तेज गति से और बिना रुकावट के संचालित होंगी।