रेलवे ने शुरू की नई सुविधा, अब क्यूआर कोड से खुद बना सकते हैं टिकट
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. रेलवे स्टेशनों पर लंबी लाइन की जगह यात्री आटोमेटिक टिकट वेंडिंग मशीन (एटीवीएम) से खुद ही अपना अनारक्षित टिकट ले सकेंगे। साथ ही, उसका भुगतान भी क्यूआर कोड और पेटीएम एप से कर सकेंगे। उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल प्रशासन ने अपने यहां के 28 स्टेशनों पर एटीवीएम में मेट्रो की तरह स्वयं टिकट बनाने और उनका भुगतान डिजिटल माध्यम से करने की सुविधा शुरू कर दी है।
चारबाग सहित 28 स्टेशनों पर 65 एटीवीएम लगी हैं। अभी तक रेलवे एटीवीएम पर सेवादाता की तैनाती करता था। कोविड-19 के समय सेवादाता के न होने से यह सुविधा बंद हो गई थी। रेल मंत्रालय ने मेट्रो सर्विस की तरह एटीवीएम से भी स्वयं टिकट बनाने और उसका भुगतान करने की सुविधा प्रदान करने के निर्देश सेंटर फार रेलवे इंफारमेशन सिस्टम (क्रिस) को दिए थे। क्रिस ने एटीवीएम को नए साफ्टवेयर से जोड़ दिया है, जहां यात्री यात्रा टिकट, प्लेटफार्म टिकट, सीजन टिकट के नवीनीकरण और एटीवीएम स्मार्ट कार्ड का रिचार्ज स्वयं कर सकेंगे।
साथ ही उसका भुगतान किसी भी यूपीआइ सक्षम ऐप और पेटीएम से कर सकेंगे। यात्री को एटीवीएम में यात्रा विवरण का चयन करेंगे तो स्क्रीन पर उसका किराया प्रदर्शित होगा। यात्री पेटीएम/फ्रीचार्ज यूपीआइ क्यूआर कोड भुगतान का विकल्प चुनेंगे तो स्क्रीन पर क्यूआर कोड भी उपलब्ध होगा। स्क्रीन पर दर्शाए गए क्यूआर कोड को 180 सेकेंड के भीतर स्कैन करना हेागा।
'यात्रियों के लिए एटीवीएम से स्वयं टिकट बनाने और उनका भुगतान क्यूआर कोड से करने की सुविधा शुरू हो गई है। इससे यात्रियों को टूटे पैसे की किल्लत का सामना भी नहीं करना होगा। -रेखा शर्मा, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक, उत्तर रेलवे लखनऊ