वाराणसी में ओमप्रकाश राजभर का जमकर हुआ विरोध, बोले- भाजपा की बौखलाहट
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में छोटे दलों की बात करें तो इस बार सबसे ज्यादा चर्चा में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर रहे हैं. इसी बीच वाराणसी में सोमवार को ओम प्रकाश राजभर को अपने बेटे अरविंद राजभर के नामांकन के दौरान जमकर विरोध का सामना करना पड़ा.
दरअसल ओमप्रकाश राजभर जैसे ही अपने बेटे अरविंद राजभर के साथ नामांकन दाखिल करने वाराणसी कलेक्ट्रेट पहुंचे उसी वक्त अधिवक्ता और बीजेपी कार्यकर्ता उनके सामने विरोध में जमकर नारेबाजी करने लगे. उधर, समाजवादी पार्टी और सुभासपा के कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की. मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने दोनों दलों के नेताओं को समझा बुझाकर मामला शांत कराया.
शिवपुर सीट से नामांकन के बाद मीडिया से बातचीत में ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि येभारतीय जनता पार्टी की बौखलाहट और हताशा है. जिस तरह से आज बीजेपी के लोगों ने प्रदर्शन किया है उससे लगता है कि यह लोग कभी भी कोई बड़ी घटना कर सकते है. उन्होंने कहा कि मैं जिलाधिकारी से निवेदन करूंगा कि हमारे जो भी गठबंधन प्रत्याशी नामांकन करने आ रहे है उनकी सुरक्षा की जाए. राजभर ने कहा कि इस घटना के पीछे दोष यूपी पुलिस का नहीं है, पूरा दोष भाजपा सरकार का है.
दरअसल शिवपुर विधानसभा सीट परिसीमन के बाद 2012 में वजूद में आई. पहले इस सीट का नाम चिरईगांव हुआ करता था. 2012 में यहां बीजेपी छठे स्थान पर रही थी, जबकि बीएसपी ने ये सीट जीती थी. सपा दूसरे, सुभासपा, तीसरे और कांग्रेस चौथे नंबर पर रही थी. इसके बाद 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के अनिल राजभर यहां से जीते, समाजवादी पार्टी के आनंद मोहन यादव दूसरे और बीएसपी के वीरेंद्र सिंह तीसरे पायदान पर रहे थे. इस बार शिवपुर सीट पर सपा से गठबंधन के तहत ओमप्रकाश राजभर ने अपने बेटे अरविंद राजभर को मैदान में उतारा है.