भाजपा के बड़बोले विधायक सुरेंद्र सिंह बने चुनौती, सपा में जाने की चर्चा
गाजीपुर न्यूज़ टीम, बलिया. भाजपा ने रविवार की रात 45 प्रत्याशियों की नई सूची जारी की है। इसमें केवल दो विधायकों के टिकट काटे हैं। इसमें एक बलिया के बैरिया से विधायक सुरेंद्र सिंह भी हैं। अपने बड़बोलेपन और विवादित बयानों के कारण हमेशा चर्चा में रहने वाले विधायक सुरेंद्र सिंह टिकट कटने से अब बागी हो गए हैं।
उन्होंने निर्दल ही मैदान में उतरने का ऐलान कर दिया है। सुरेंद्र सिंह ने ट्वीट कर अपने समर्थकों को आठ फरवरी को नामांकन करने की जानकारी दी है। हालांकि सुरेंद्र सिंह के सपा में जाने की चर्चा भी है। बताया जा रहा है कि उन्होंने अखिलेश यादव से मिलने का समय लिया है।
सुरेंद्र सिंह ने ट्वीट कर लिखा कि बैरिया विधानसभा क्षेत्र के सभी सम्मानित जनता से निवेदन है कि मैं 8 फरवरी को निर्दलीय नामांकन करूंगा। आप सभी अपना आशीर्वाद और हमें प्रदान करें। सुरेंद्र सिंह के बागी होने से भाजपा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। सुरेंद्र सिंह आरएसएस के पदाधिकारी भी रहे हैं। बलिया के लोगों का कहना है कि किसी दबाव में कभी नहीं आते हैं।
बैरिया से विधायक रहे भरत सिंह के सांसद बनने पर 2017 में सुरेंद्र सिंह को टिकट दिया गया था। टिकट कटने के पीछे सुरेंद्र सिंह की भाजपा के स्थानीय नेताओं से भी अनबन को कारण बताया जा रहा है। बलिया के सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त से भी उनका आकड़ा छत्तीस का ही चल रहा है। दोनों की अदावत सड़कों पर भी दिख चुकी है।
भाजपा ने बलिया नगर से विधायक और मंत्री रहे आनंद स्वरूप शुक्ल को सुरेंद्र सिंह की जगह बैरिया से उतारा है। बलिया नगर से स्वाति सिंह के पति को टिकट दिया गया है। सुरेंद्र सिंह को पिछले चुनाव में 64868 वोट मिले थे। उन्होंने 27974 वोटों से सपा के प्रत्याशी जयप्रकाश अंचल को हराया था।
साढ़े तीन लाख से अधिक मतदाताओं वाली बैरिया विधानसभा सीट पर क्षत्रिय और यादव वोटरों का वर्चस्व है। यादव मतदाता जहां लगभग 85 हजार हैं, वहीं क्षत्रिय मतदाताओं की संख्या भी 80 हजार के करीब है। दलित वोटर 60 हजार और ब्राह्मण वोटर करीब 40 हजार हैं।