रजा ई हौ बनारस : आज वैलेंटाइन डे ह, मिले अइह त तनी ठीक से अइह... समझला कि नाही?
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. बनारस इश्क का शहर है जहां घाट से इश्क का ठाठ भी है और अनगिनत प्रेम प्रसंग के किस्से और कहानियां भी हैं। सुबह एक युवती नदेसर क्षेत्र से होकर मास्क के भीतर से ही अपने प्रेमी को मिलने के लिए बुलाते हुए कहती है कि - 'आज वैलेंटाइन डे ह, मिले अइह त तनी ठीक से अइह... समझला कि नाही?' यह न्योता सुनकर प्रेमी ने जो भी जवाब दिया हो लेकिन प्रेमिका का जवाब आया - 'कौनो बात नाही हम हई ना?
जी हां, इश्क है और रिश्क भी है इस शहर में। पश्चिम का पर्व पूरब के बनारस में आते आते धर्मावलंबियों के निशाने पर भी आ जाता है। ऐसे में माथे पर चंदन लगाकर मंदिर में दर्शन पूजन और बाबा का आशीर्वाद भी लेना प्रेमियों का सबसे बेस्ट शगल बनारस में नजर आता है। सारनाथ से लेकर गंगा के घाटों पर तो रिस्क लेने वाले सुबह से ही नजर आए और चंद पलों में प्रेमालाप और इजहार कर घट बढ़ भी गए। दूसरी ओर सिनेमाहालों के खुलने के बाद टिकट की खिड़की पर कॉर्नर सीट की डिमांड भी खूब रही। फिल्म के बहाने प्रेमालाप का पर्व लोगों के बीच प्रेम की आस्था में पगा और थका दुपहरिया तक नजर आता रहा।
'इश्क बनारस' तो अपने आप में मानो एक ब्रांड सरीखा ही शब्द नजर आता है लेकिन धर्म संस्कृति और संस्कारों की नगरी बनारस में प्रेम का पूरा फरवरी माह ही बाबा की नगरी में सजीला और अलबेला नजर आता है। बाबा की नगरी में प्रेमियों का जोड़ा हिंदूवादी संगठनों से बचता बचाता बाबा की चौखट पर पहुंचा और हर हर महादेव के नारों के बीच प्रेम को मुकम्मल होने का आशीष मांग कर बाबा के चरणों में प्रेम की अर्जी भी लगाकर मिलने की सुगम राह की मन्नतें भी खूब मांगी। शहर में सारनाथ के अलावा प्रेमियों का जमावड़ा रेस्टोरेंट और होटल में भी नजर आया। हां, मास्क इस बार प्रेमियों की शिनाख्त होने से बचाने में भरपूर मददगार साबित हुआ।
वैलेंटाइन डे के मौके पर युवाओं का उल्लास और उत्साह गंगा घाटों पर नजर आया। युवा जोड़े से लेकर युवाओं की टोलियां भी इस दिन को सेलिब्रेट करने के लिए गंगा के किनारे घाटों पर बैठे और प्रेम में डूबे नजर आए। दिन में धूप और ठंडी पछुआ हवाओं का मेल होने की वजह से मंद मंद घाटों पर पछुआ हवाओं का झोंका युवाओं के दिलों को झंकृत करता नजर आया।
युवाओं के जोड़े गंगा घाट पर नदी में पैर डालकर प्रेमालाप में डूबे नजर आए तो गंगा की लहरों पर उठखेलियां करते नौका पर सवार भी हुए।
घाट की सीढ़ियों पर कापी किताबों के साथ नजर आए युवाओं ने पढ़ाई लिखाई से इतर अपने जीवन के कुछ खुशियों के पल भी घाट संग साझा किया।
बाइक पार्क करने के बाद युवा जोड़ों ने घाट के किनारे अपने बैग और हेलमेट को रखकर गंगा की लहरों संग खूब अठखेलियां कीं।
घाट पर युवाओं की टोलियों ने भी खूब मस्ती की और वैलेंटाइन डे के दिन मस्ती कर घाट की रौनक को खूब निहारा।
गंगा घाट पर प्रेमालाप में डूबे जोड़ों की अलग की तैयारी थी, गंगा की लहरों की अठखेलियों संग कंधे पर हाथ रखकर जोड़े भविष्य के सपने बुनते नजर आए।
घाट वाक करने वाले प्रेमी जोड़ों की भी खूब मस्तियां नजर आईं और जोड़ों के अलावा टोलियां भी घाटों पर टहलती नजर आईं।
गंगा घाट की सीढ़ियों पर युवा जोड़े भी खूब मौज मस्ती उल्लास और उत्साह में डूबे नजर आए। जहां तहां युवाओं की टोली घूमते टहलते और सुस्ताते नजर आई।
शादी शुदा जोड़े भी इस दौरान गंगा घाटों पर आस्था की डोर के साथ प्रेम की पींंगें बढ़ाते नजर आए और गंगा की लहरों को घंटों निहारते रहे। गंगा घाटों की सीढ़ियों पर युवा जोड़ों की दूर दूर तक मौजूदगी नजर आई और गंंगा तट मानो पिकनिक स्पॉट बना शाम तक नजर आया।