कैसे पूरी होगी जमीन पर उतरे बिना ही आसमान छूने की चाह
गाजीपुर न्यूज़ टीम, नोएडा. बृहस्पतिवार को बुलंदशहर से शुरू किए गए जनसंपर्क अभियान में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव एक बार भी अपने चुनावी रथ से नीचे नहीं उतरे। गौतमबुद्ध नगर में तय कार्यक्रम के अनुसार तीन स्थानों पर स्वागत, इस्कान मंदिर पर रुकना और प्रेस वार्ता करना था। स्वागत की बात तो दूर, कार्यकर्ताओं के साथ पदाधिकारियों की उम्मीदें भी उस समय दम तोड़ गईं, जब रात में 12 बजे के बाद नोएडा पहुंचे अखिलेश यादव अपने चुनावी रथ से यहां भी नीचे नहीं उतरे।
इस्कान मंदिर पर एलिवेटेड रोड के ऊपर बस को रुकवाया और बस के अंदर से ही छत पर चढ़े। यहां मंदिर को प्रणाम किया और फिर कार्यकर्ताओं की तरफ हाथ हिलाकर दिल्ली रवाना हो गए। शाम पांच बजे से इंतजार कर रहे कार्यकर्ता व पदाधिकारी फूलमाला, फूल और स्वागत की तमाम तैयारी किए हुए थे, लेकिन किसी भी कार्यकर्ता को यह मौका नहीं मिला कि वह अखिलेश यादव का स्वागत करना तो दूर, उनके आसपास तक पहुंच सके।
मन में रह गई कसक
बुलंदशहर में कार्यकर्ताओं को अखिलेश यादव को देखने के लिए करीब डेढ़ घंटे इंतजार करना पड़ा, तो नोएडा के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं का इंतजार सात घंटे लंबा हो गया। शाम पांच बजे से लेकर रात 12 बजे तक कार्यकर्ता हाथ में सपा का झंडा लेकर खड़े रहे। इंतजार तो सात घंटे बाद खत्म हो गया, लेकिन अखिलेश यादव से मिलने और उनकी बात सुनने की कसक कार्यकर्ता और पदाधिकारियों के मन में रह गई। वहीं कई जगह ऐसी थी, जहां से अखिलेश यादव को गुजरना था, लेकिन देर होने के कारण वह वहां पहुंचे ही नहीं और कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों के स्वागत की तैयारी धरी की धरी रह गई। अखिलेश यादव के चुनावी रथ के लिए तैयार की गई बस में चुनिंदा लोग ही चढ़ सके। इनमें प्रत्याशी और एक दो लोगों को ही बस में सवार होने की अनुमति दी गई।