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उत्तर प्रदेश में बनेंगे 1305 KM लंबे 4 एक्‍सप्रेसवे, इन राज्‍यों में जाना होगा आसान

गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. उत्तर प्रदेश में एक्‍सप्रेसवे का जाल बिछाने की योजना है. राज्‍य के पहले से ही कई एक्‍सप्रेस वे पर वाहनों का परिचालन हो रहा है. अब उत्तर प्रदेश में 4 नए एक्‍सप्रेस वे बनाने की योजना है. इन सभी हाई स्‍पीड रोड का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद उत्तर प्रदेश से पश्चिम बंगाल, बिहार और नेपाल जाना काफी आसान हो जाएगा. यूं तो इन सभी जगहों पर सड़क मार्ग से जाने के लिए रोड हैं, लेकिन एक्‍सप्रेस वे के अभाव में आवागमन में काफी समय लग जाता है.

इसके साथ ही प्रदेश की राजधानी लखनऊ से औद्योगिक नगरी कानपुर तक भी एक्‍सप्रेस वे बनाने की योजना है. बजट में उत्तर प्रदेश में नए एक्‍सप्रेस वे का प्रावधान होने के बाद इन परियोजनाओं पर जल्‍द ही काम शुरू होने की उम्‍मीद जताई जा रही है. चारों एक्‍सप्रेस वे के निर्माण पर हजारों करोड़ रुपये का खर्चआने की उम्‍मीद है. इनकी कुल लंबाई 1305 किलोमीटर होगी.

धर्मनगरी वारणसी से पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता तक एक्‍सप्रेस वे बनाने की योजना है. इस हाई स्‍पीड रोड की कुल लंबाई तकरीबन 642 किलोमीटर होगी. सैकड़ों करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला यह नया एक्‍सप्रेस वे बिहार के भी कई शहरों से गुजरता हुआ कोलकाता तक जाएगा. इससे उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल के बीच व्‍यापार को बढ़ावा मिलने की उम्‍मीद है. इससे तीनों प्रदेशों के लोगों को फायदा होगा. व्‍यापार-व्‍यवसाय के साथ ही लोग पहले के मुकाबले कम समय में वाराणस से कोलकाता तक की यात्रा पूरी कर सकेंगे.

गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्‍सप्रेसवे

वाराणसी-कोलकाता एक्‍सप्रेस वे के साथ ही गोरखपुर-सिलीगुड़ी हाई स्‍पीड रोड का निर्माण भी किया जाएगा. इस प्रोजेक्‍ट के तहत गोरखपुर से उत्‍तरी बिहार होते हुए पश्चिम बंगाल में ही स्थित सिलीगुड़ी तक की दूरी बेहद कम समय में पूरी की जा सकेगी. गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्‍सप्रेस वे से पूर्वोत्‍तर के राज्‍यों में जाना भी आसान हो जाएगा. इससे पूर्वोत्‍तर और पूर्वी भारत का शेष भारत से संपर्क बेहतर होने की पूरी संभावना है. गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्‍सप्रेसवे की कुल लंबाई तकरीबन 520 किलोमीटर होगी.

सोनौली-गोरखपुर एक्‍सप्रेसवे

पूर्वी उत्तर प्रदेशवार से नेपाल और नेपाल से पूर्वांचल में आने-जाने वाले लोगों की संख्‍या काफी ज्‍यादा है. इसके अलावा इस क्षेत्र में दोनों देशों के बीच व्‍यापार भी अच्‍छा खासा है. इसे देखते हुए भारत और नेपाल के बीच व्‍यवसाय एवं आवागमन को बढ़ावा देने के लिए गोरखपुर से सोनौली तक 80 किलोमीटर लंबा एक्‍सप्रेसवे बनाने की योजना है. इस प्रोजेक्‍ट पर भी काफी खर्च आने का अनुमान है.

लखनऊ-कानपुर हाई स्‍पीड रोड

इसके अलावा उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से औद्योगिक नगरी कानपुर के बीच की दूरी को कम समय में तय करने के लिए इन दोनों महानगरों के बीच एक्‍सप्रेसवे बनाने की योजना है. यह एक्‍सप्रेसवे तकरीबन 63 किलोमीटर लंबा होगा. इससे राजधानी लखनऊ से कानपुर तक की यात्रा पहले के मुकाबले आसान हो जाएगा. साथ ही इन दोनों बड़े शहरों के व्‍यवसायियों को नया बाजार भी उपलब्‍ध होगा.

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