दिव्यांगों को दोगुनी पेंशन देगी योगी सरकार, स्वरोजगार के लिए मिलेगा अनुदान
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. कोरोना संक्रमण काल में प्रवासी श्रमिकों को गांव में रोजगार देने की कवायद के बीच दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग भी प्रवासी दिव्यांगों को रोजगार और पेंशन देने की कवायद पूरी हो गई है। इस साल ग्रामीण और शहरी क्ष्रेत्रों से आने वाले प्रवासियों की सूची तैयार हो चुकी है। अब विभाग की ओर से दिव्यांगों का डाटा तैयार किया जाएगा। आधारकार्ड के साथ तकनीकी योग्यता, पारिवारिक स्थिति के साथ ही काम की स्थिति की ब्योरा लिया जाएगा।
नए साल ने दिव्यांगों को रोजगार देने के साथ ही दो गुनी पेंशन का लाभ दिया जाएगा। वर्तमान में राजधानी में 18 हजार से अधिक पंजीकृत दिव्यांग हैं जिनको 500 रुपये महीने का लाभ दिया जाता हैं। इसके साथ ही ऐसे दिव्यांग जिनका दिव्यांगता होने के बावजूद प्रमाण पत्र नहीं बना है, उनका दिव्यांग प्रमाण पत्र जिला मुख्य चिकित्साधिकारी के माध्यम से बनवाया जाएगा। जनवरी-2022 से पेंशन 500 से बढ़ाकर एक हजार रुपये प्रतिमाह हो जाएगी।
मिलेगी स्वरोजगार की ट्रेनिंगः नए साल पर दिव्यांगों को अपना स्वयं का रोजगार करने के लिए ट्रेनिंग के साथ ही उन्हें अनुदान भी दिलाया जाएगा। दुकान खोलने के लिए आर्थिक मदद देकर दिव्यांगों को समाज की मुख्यधारा में जोड़ने का प्रयास किया जाएगा। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत उन्हें ट्रेनिंग देकर रोजगार से जोड़ा जाएगा। सभी दिव्यांगों को रोजगारपरक निश्शुल्क ट्रेनिंग दी जाएगी। महिला दिव्यांगोंं को भी समाज की मुख्य धारा से जोड़कर उन्हें अपने पैरों पर खड़ा होने लायक बनाया जाएगा।
प्रदेश सरकार की प्राथमिकता प्रवासी श्रमिकों को रोजगार देना है। इसी मंशा के तहत ब्लाक और शहर स्तर पर पंजीयन अभियान चलाया गया था। दिव्यांगों को रोजगार से जोड़कर उन्हें समाज की मुख्य धारा से जोड़ा जाएगा। योग्यता के अनुरूप स्वरोजगार और पेंशन दिलाने की कार्यवाही चल रही है। नए साल से दिव्यांगों की पेंशन दो गुनी हो जाएगी। -केके वर्मा, जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी