खत में लिखा - "यह अंधा कानून है", इसके बाद विवाहिता ने लगा ली फांसी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. वाराणसी जिले चौबेपुर के पण्डापुर उगापुर गांव निवासी ओमप्रकाश यादव की पुत्री सुमन (24) ने घर मे फांसी लगाकर अपनी इहलीला समाप्त कर ली। इस दौरान एक सुसाइट नोट पड़ा मिला। पुलिस ने दहेज के लिए प्रताड़ित करने के लिए पति सहित चार लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर शव को कब्जे में ले लिया है। इस दौरान अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण नीरज कुमार पांडेय सीओ पिंडरा अभिषेक पांडेय ने मौके का निरीक्षण कर जांच पड़ताल भी की।
पण्डापुर उगापुर गांव निवासी ओमप्रकाश यादव की पुत्री सुमन यादव की तीन वर्ष पूर्व गोपालापुर थाना खानपुर जिला गाजीपुर के केदार यादव के पुत्र संदीप से हुई थी। शादी के बाद से ही दहेज के लिए प्रताड़ित किया जाने लगा। इस दौरान न्यायालय में मुकदमा भी चल रहा है। ओमप्रकाश यादव का आरोप है कि दहेज के लिए प्रताड़ित कर मेरी बेटी को मारपीट कर घर से भगा दिए। फिर दो लाख रुपये मांगने लगे और धमकी दिया कि एक सप्ताह में नहीं दी तो दूसरी शादी अपने लड़के संदीप की कर देंगे।
इसी बीच 15 जनवरी को उसके पति संदीप यादव के मामा श्यामू यादव निवासी पड़रा गरथौली चौबेपुर एक स्टाम्प लेकर आये जबरदस्ती हस्ताक्षर कराना चाहते थे।इस दौरान गाली गलौज भी किया। उसके बाद देख लेने और जिंदगी बर्बाद कर देने की धमकी देते हुए चले गए।रात में घटना से आहत सुमन ने एक सुसाइट नोट लिखने के बाद घर मे फांसी लगा ली। इसमें सुमन ने कानून के अंधा होने की भी बात लिखी है।
घटना की जानकारी सुबह सात बजे हुई। मृतक के पिता ओमप्रकाश यादव ने पति संदीप यादव, श्वशुर केदार यादव, देवर कुलदीप उर्फ सतीश व मां श्यामू यादव पड़रा गरथौली के विरुद्ध दहेज के लिए प्रताड़ित करने का मुकदमा दर्ज कराया है। थानाध्यक्ष चौबेपुर राजेश त्रिपाठी ने बताया कि पति पत्नी में अनबन थी और इसब बाबत न्यायालय में मुकदमा भी चल रहा है। वहीं मुकदमा दर्ज कर शव को कब्जे में ले कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर उचित कार्रवाई की जाएगी। कहा कि जो दोषी होगा उसे दंड अवश्य मिलेगा।