ताड़ीघाट-मऊ रेल परियोजना: नहीं ध्वस्त हुई पानी की टंकी, गार्डर का काम रुका
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. ताड़ीघाट-मऊ रेल परियोजना में बाधक साबित हो रही मेदनीपुर स्थित पानी टंकी और पंप हाउस को अभी तक ध्वस्त नहीं किया गया। जबकि जिला प्रशासन कई बार टंकी और पंप को ध्वस्त कराने का निर्देश दे चुका है। यह कार्य अभी नहीं होने से गार्डर लांचिंग की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई है।
ताड़ीघाट-मऊ रेल परियोजना में मेदनीपुर स्थित पंप हाउस और पुरानी पानी टंकी आड़े आ रही है। एक साल पहले मेदनीपुर पुरानी पानी टंकी और पंप हाउस को ध्वस्त कर दूसरी जगह नई पानी टंकी का निर्माण कराने का निर्देश दिया गया था। इसके बाद पुरानी टंकी से कुछ दूरी पर नई पानी टंकी तो निर्मित हो गई लेकिन परियोजना के दायरे में आने वाली पुरानी टंकी और पंप को ध्वस्त नहीं किया जा सका है।
जिला प्रशासन की ओर से कई बार टंकी को ध्वस्त करने का निर्देश जलनिगम को दिया जा चुका है लेकिन जलनिगम उदासीन बना है। इसकी वजह से एटी 45 से आगे पिलर पर गार्डर लांचिग की प्रक्रिया शुरू नहीं की जा सकी है। रेलवे के अधिकारी और कार्यदायी संस्था के लोग पुरानी पानी टंकी और पंप को ध्वस्त कराने के लिए कई बार जलनिगम कार्यालय का टक्कर काट चुके हैं। साथ ही पत्र भी भेजा है। इसके बाद भी जल निगम की ओर से कोई कदम नहीं उठाया गया।
करीब बारह सौ करोड़ की इस रेल परियोजना को दिसंबर तक पूरा करना है। पीएमओ कार्यालय एक पखवारे पर रेल परियोजना की समीक्षा करता है। परियोजना के तहत मेदनीपुर स्थित पानी टंकी के पास ट्रेनों के संचालन और नई लाइन बिछाने के लिए करीब चार सौ मीटर लंबाई और 70 मीटर चौड़ाई में मिट्टी गिराई जा रही है। सब कुछ ठीक रहा तो इसका निर्माण आगामी मानसून से पहले कर लिया जाएगा। इसके बाद स्लीपर बिछाने के बाद नई लाइन बिछाने का काम किया जाएगा। परियोजना के अन्य स्थानों पर निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है।
ताड़ीघाट-मऊ रेल परियोजना के दायरे में आ रही पानी टंकी और पंप हाउस को हटाने के लिए मातहतों को निर्देशित कर दिया गया है।-एसएस कौशिक, एई, जल निगम तृतीय खंड