विधानसभा चुनाव में मोर्चे पर थ्री नाट थ्री रायफल, मिली जिम्मेदारी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, बाराबंकी. निष्प्रयोज्य घोषित की जा चुकी थ्री नाट थ्री रायफल को पुलिस विभाग ने 2020 में 26 जनवरी की परेड के साथ अंतिम विदाई दे दी थी। इस रायफल की जगह पुलिस को अत्याधुनिक रायफल इंसास दी गई है, लेकिन जिस रायफल को चलन से बाहर किया जा चुका था उसी रायफल को इस विधान सभा चुनाव में फिर सहारा लेना पड़ेगा। जिले में करीब साढ़े सात सौ थ्री नाट थ्री रायफल थीं, जिनमें से करीब तीन सौ रायफल अभी पुलिस के पास पुलिस लाइंस और थानों के शस्त्रागारों में हैं। इनको फिर से प्रयोग में लाए जाने की सूचना पर इनको फिर चमकाया जाने लगा है।
700 है इंसास रायफल : पूरे प्रदेश पुलिस के पास एक लाख 22 हजार से अधिक असलहे हैं। इनमें थ्री नाट थ्री बोर के 58 हजार 853 असलहे थे। 26 जनवरी 2020 के बाद सैकड़ों थ्री नाट थ्री रायफल को कंडम घोषित कर दिया गया। जिले की करीब 300 थ्री नाट थ्री रायफल को सीतापुर में कंडम घोषित किया जा चुका है। इस रायफल के बदले बाराबंकी पुलिस को कई चरणों में करीब 700 इंसास रायफल दी गई हैं इसके अतिरिक्त एसएलआर रायफल भी पुलिस प्रयोग करता है।
75 साल बाद हुई थी विदाई : सबसे पहले थ्री नाट थ्री रायफल का प्रयोग प्रथम विश्व युद्ध में हुआ था। अंग्रेजों के जमाने से 1945 में पहली बार उत्तर प्रदेश पुलिस के हाथों में थ्री नाट थ्री रायफल आई थी। 75 साल तक पुलिस का साथ देने और अपराधियों को नाकों चने चबवाने वाली थ्री नाट थ्री को दो साल के अंतराल के बाद फिर प्रयोग में लाया जाएगा। इससे पहले फरवरी 1995 में थ्री नाट थ्री को अप्रचलित घोषित कर दिया गया था, फिर भी इसका इस्तेमाल किया जाता रहा।
यह है इंसास रायफल : थ्री नाट थ्री रायफल के बदले में पुलिसकर्मियों को इंसास रायफल दी गई है। थ्री नाट थ्री की लंबाई ज्यादा होने की वजह से भी पुलिसकर्मियों को दिक्कत होती थी। थ्री नाट थ्री रायफल की लंबाई 44.5 इंच है, जिसमें बैरल की लंबाई 25 इंच होती है। वहीं इंसास की लंबाई तकरीबन 37.8 इंच व बैरल की लंबाई 18.3 इंच है। इंसास की मारक क्षमता 400 मीटर है और इसका प्रयोग भी अधिक आसान है।
शस्त्रों की आवश्यकता के दृष्टिगत एडीजी कानून व्यवस्था ने आदेश जारी किया है जिसके तहत विधान सभा चुनाव में थ्री नाड थ्री रायफल का प्रयोग किया जाएगा। -अनुराग वत्स, पुलिस अधीक्षक बाराबंकी