कोरोना तीसरी लहर में बदले लक्षण, न तो छिना खानपान का स्वाद और न जा रही महक
गाजीपुर न्यूज़ टीम, प्रयागराज. कोरोना संक्रमण फैलने की रफ्तार इस बार तेज है लेकिन संक्रमितों को एक बड़ी राहत भी है। सभी की जुबान पर स्वाद बना हुआ है और लोग चटखारे लेकर सब कुछ खा रहे हैं। किसी के सूंघने की शक्ति भी वायरस नहीं छीन रहा है। कोविड 19 महामारी में डॉक्टर इसे बड़ा बदलाव मान रहे हैं क्योंकि पहली और दूसरी लहर के दौरान किसी में कोरोना का संक्रमण होने की प्राथमिक पहचान ही स्वाद खत्म हो जाने की थी।
खानपान का बराबर मिल रहा है मरीजों को स्वाद
प्रयागराज में कोरोना इंफेक्शन के करीब 3000 सक्रिय केस है और इनमें अधिकांश घर पर रहकर अपना इलाज करा रहे हैं। तीन कोविड अस्पतालों में भर्ती संक्रमितों की संख्या 100 भी नहीं पहुंच सकी है। वायरस से संक्रमित, कोरोना के मामूली असर वाले हों या गंभीर रोगी, सभी में एक कॉमन बात है कि उनकी जुबान का स्वाद नहीं गया है। सभी को खाने पीने की हर चीज का स्वाद मिल रहा है और सूंघने की शक्ति भी बनी हुई है। स्वरूपरानी नेहरू हॉस्पिटल के डॉक्टर मोहित जैन और तेज बहादुर सप्रू चिकित्सालय के नोडल अधिकारी डॉक्टर मनोज कुमार अखौरी ने बताया है कि किसी भी रोगी ने स्वाद जाने की बात नहीं बताई है। कहा कि यह बड़ी राहत है।
साधारण बुखार जैसे लक्षण
कोरोना संक्रमित में इस बार साधारण बुखार जैसे ही लक्षण हैं। सर्दी जुकाम, नाक से पानी आना, खांसी और गले मे खराश की परेशानी ही चिकित्सकों को बताई जा रही है। अब तक सभी संक्रमितों पर प्रयोग में डॉक्टरों ने पाया है कि लक्षण माइल्ड यानी मामूली हैं। इसके आधार पर माना जा रहा है कि कोरोना की तीसरी लहर जल्दी थमेगी।