यूपी से बिहार तक छात्रों का बवालः जानें क्या है पूरा मामला, क्यों हो रही आगजनी और तोड़फोड़
गाजीपुर न्यूज़ टीम, प्रयागराज. रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) की नॉन टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरी (एनटीपीसी) परीक्षा के रिजल्ट पर सवाल खड़ा करने वाले अभ्यर्थियों का विरोध बढ़ने लगा है। मंगलवार को यूपी से लेकर बिहार तक बवाल चलता रहा। स्टेशनों पर हंगामा हुआ तो ट्रेन में भी आग लगा दी गई।
बवाल से पहले परीक्षा में अनियमितता का आरोप लगाकर अभ्यर्थियों ने पीएम नरेंद्र मोदी समेत रेलवे अफसरों को शिकायती पत्र भेजा था। अब इसे लेकर सड़क पर उतरकर विरोध की मुहिम शुरू की है। इसी मसले पर पटना में छात्रों ने हंगामा किया तो मंगलवार को प्रयागराज के अभ्यर्थियों ने प्रयाग स्टेशन पर युवा पंचायत बुला ली। दोपहर में बड़ी संख्या में जमा अभ्यर्थियों, छात्रों ने स्टेशन पर हंगामा शुरू कर दिया।
भीड़ रेलवे ट्रैक पर पहुंच गई। तब स्टेशन पर कानपुर इंटरसिटी खड़ी थी। नारेबाजी कर अभ्यर्थियों ने ट्रेन रोकने की कोशिश की। वे ट्रेन के आगे बैठ गए। कुछ छात्र रेलवे ट्रैक पर विरोध प्रदर्शन करने लगे। इससे अफरातफरी मच गई। रेलवे अफसरों को सूचना मिली तो वह भी पहुंच गए। जीआरपी, आरपीएफ के अलावा कर्नलगंज, शिवकुटी थाने की फोर्स पहुंच गई।
आक्रोशित छात्र भर्ती में गड़बड़ी का आरोप लगाकर नारेबाजी करते रहे। रेलवे और पुलिस अधिकारियों ने मशक्कत कर उन्हें समझाया। इसके बाद अभ्यर्थियों ने रेलवे ट्रैक छोड़ा। विरोध प्रदर्शन और अफरातफरी की वजह से कानपुर इंटरसिटी करीब 35 मिनट देरी से रवाना हो सकी। रेलवे की परीक्षा देने वाले छात्रों के अलावा अन्य परीक्षाओं के अभ्यर्थी भी विरोध जताने वहां पहुंचे। सपा से जुड़े छात्र संगठन के कई नेता भी विरोध में शामिल हुए।
अभ्यर्थियों का विरोध प्रदर्शन करीब डेढ़ घंटे तक चला। इस दौरान प्रयाग स्टेशन पर यात्रियों को भी परेशान होना पड़ा। प्रदर्शन करने वाले छात्रों ने युवा मंच के बैनर तले विरोध जताया। इससे पहले भी युवा मंच की ओर से पीएम, रेलवे बोर्ड, जीएम आदि को पत्र भेजा गया था। कोई सुनवाई न होने पर छात्रों ने 25 जनवरी को डिजिटल युवा पंचायत बुलाई थी। दरअसल, 15 जनवरी को आरआरबी ने एनटीपीसी का परिणाम जारी किया था। दीपक सिंह, शुभम मिश्र, अजेश आदि अभ्यर्थियों की मांग है कि स्क्रीनिंग टेस्ट में 20 गुना अभ्यर्थियों को जोन वाइज क्वालीफाई कराया जाए।
कहां उलझा है मामला
आरआरबी की ओर से 2019 में उक्त भर्ती के लिए देशभर में 35 हजार पदों पर चयन प्रक्रिया शुरू करने के लिए जारी नोटिफिकेशन में सीबीटी-1 और सीबीटी-2 दो चरणों में क्रमश: 20 व 8 गुना अभ्यर्थियों को क्वालीफाई किया जाना प्रस्तावित था। इसे जरूरत के अनुसार घटाया एवं बढ़ाया भी जा सकता था। इस भर्ती में विभिन्न ग्रेड की 13 भर्तियां शामिल हैं, जिसे सात स्लॉट में विभाजित किया गया है। नोटिफिकेशन के अनुसार सीबीटी-1 महज स्क्रीनिंग परीक्षा होगी।
इसके अंक मुख्य परीक्षा में नहीं जोड़े जाएंगे। इसके अलावा आरआरबी ने जोन वाइज कुल पदों के 20 गुना अभ्यर्थियों को क्वालीफाई करने को कहा था। जबकि आरआरबी ने विभिन्न स्लाट में पदों की संख्या को आधार मानकर अलग- अलग हर स्लाट के लिए उनके पदों का 20 अभ्यर्थियों को क्वालीफाई कराया। इसका परिणाम यह रहा कि उच्च मेरिट वाले अभ्यर्थी सभी स्लॉट में चयनित हो गए।
ऐसी स्थिति में अभ्यर्थियों की एक बड़ी संख्या सभी स्लॉट में ओवरलैप हो गई। इस वजह से परीक्षा में क्वालीफाई करने वाले अभ्यर्थियों की वास्तविक संख्या 20 गुना की बजाय महज 4-5 गुना है। इससे अभ्यर्थी निराश हैं। कहा कि उक्त परीक्षा में परिणाम को संशोधित कर स्लॉट के अनुसार 20 गुना अभ्यर्थियों को क्वालीफाई कराने के बजाय कुल पदों के सापेक्ष 20 गुना अभ्यर्थी क्वालीफाई कराए जाएं।
80643 अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया
नॉन टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरी (एनटीपीसी) परीक्षा के पहले चरण की परीक्षा के रिजल्ट में 80643 अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया गया। अब ये सभी सफल अभ्यर्थी सीबीटी-टू की परीक्षा (कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट) में शामिल होंगे। सीबीटी-2 का आयोजन 14 से 18 फरवरी के बीच होगा।