पूर्वांचल से म्यांमार व भूटान भेजी जा रहीं चोरी की गाडि़यां, कई शहरों से जुड़े हैं वाहन चोरों के तार
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गोरखपुर. चोरी कर चार पहिया वाहनों को नेपाल, बिहार और पश्चिम बंगाल में बेचने की जानकारी पुलिस व क्राइम ब्रांच को मिलती रही है। लेकिन चोरी की गाड़ी मणिपुर के रास्ते म्यांमार व भूटान ले जाकर बेचे जाने का यह पहला मामला सामने आया है। इसके पीछे अंतराष्ट्रीय वाहन चोरों का बड़ा गिरोह काम कर रहा है। पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है। दो साल पहले कैंट क्षेत्र से चोरी हुई बसपा नेता की गाड़ी सिक्किम में मिली थी। जिसे म्यांमार ले जाने की तैयारी चल रही थी। इस गिरोह के तार पटना, इंदौर, दिल्ली व हरियाणा से जुड़े हैं।
दो साल पहले सिक्किम में मिली थी बसपा नेता की चोरी हुई गाड़ी
असम, बोगाईगांव, अभयपुर के मौलवीपारा निवासी खल्लीलूरहमान खान ने पुलिस को बताया कि वह गैरेज में काम करता था। वहीं पर सिलाई का काम करने वाले शेख मुबारक से दोस्ती हुई। वर्ष 2019 में गुवाहाटी के पलटन बाजार थाने से दोनों बोलेरो चोरी में जेल गए। जहां उनकी मुलाकात राम प्रताप सिंह से हुई। उसके जरिए वह लोग गिरोह के सगरना नागालैंड के दीमापुर निवासी शब्बीर उर्फ डेविड से मिले। क्रेटा गाड़ी चोरी करने के लिए शब्बीर ने मणिपुर के सेनापति में साफ्टवेयर के जरिए हुंडई की गाडि़यों का लाक खोलने की ट्रेनिंग देने के साथ ही साफ्टवेयर मुहैया कराया। चोरी की क्रेटा गाडि़यों के बेचकर वह लोग अच्छा मुनाफा कमाते हैं। शेख मुबारक को गोरखपुर के साथ ही आसपास के जिलों की भौगोलिक जानकारी थी।
ऐसे काम करता था सिंडिकेट
चोरी करने के लिए क्विड कार से उसे साथ लेकर गोरखपुर आता था। जिस पर लखनऊ का नंबर प्लेट लगा देते थे। सब्बीर अपने साथी कृष सेमा के जरिए म्यांमार व भूटान ले जाकर बेचता है। रामगढ़ताल व मोहद्दीपुर से चोरी हुई क्रेटा गाड़ी म्यांमार पहुंच चुकी है। गोरखपुर जोन से पिछले एक साल में 80 चार पहिया गाड़ी चोरी हो चुकी है। जिसमें अधिकांश अभी तक बरामद नहीं हुई।
दोनों देश में है क्रेटा की मांग
पकड़े गए वाहन लिफ्टरों ने बताया कि म्यांमार व भूटान में क्रेटा गाड़ियों की मांग अधिक है। इसी कारण वह लोग केवल क्रेटा गाड़ी चोरी करते हैं। पटना, इंदौर, दिल्ली व हरियाणा में भी गिरोह के सदस्य हैं। जो क्रेटा गाड़ी चोरी करके नागालैंड के दीमापुर पहुंचाते हैं। एसपी सिटी ने बताया कि बेतिया का रहने वाला शेख मुबारक उर्फ मुन्ना पंचायत चुनाव में अपने गांव से मुखिया पद का प्रत्याशी भी रह चुका है।