शिवपाल यादव ने क्यों किया अपमान बर्दाश्त, अपनी पार्टी कुर्बान कर सपा से गठबंधन का क्या रही वजह
गाजीपुर न्यूज़ टीम, इटावा. प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने रविवार को यहां कहा कि क्षेत्र के लोगों व नेताजी मुलायम सिंह यादव की बात मानते हुए भाजपा सरकार को हटाने के लिए अपमान बर्दाश्त किया। अपनी पार्टी को कुर्बान करके सपा से सुलह कर ली। भाजपा उन्हें शुरू से ही प्रलोभन दे रही थी। सामाजिक न्याय यात्रा के दौरान तो भाजपा ने केंद्रीय मंत्री व तीन एमएलसी बनाने तक का आफर दिया था, लेकिन परिवार की एकता पर सब कुर्बान कर दिया।
प्रसपा प्रमुख शिवपाल सिंह ने ब्लाक बसरेहर के क्षेत्रीय नेताओं की बैठक में अखिलेश यादव के विधानसभा क्षेत्र करहल से बड़ी जीत जसवंतनगर विधानसभा क्षेत्र में दर्ज कराने का जज्बा भरा। कहा कि उनका इस क्षेत्र में कोई विरोध नहीं है। सिर्फ ज्यादा से ज्यादा मतदान कराने की जरूरत है। इसके लिए अभी से टीमें सक्रिय करके जनसंपर्क करें। प्रदेश में अखिलेश यादव की सरकार बनेगी। इसलिए सक्रियता से अपना-अपना बूथ जितवाने में कोई कसर नहीं छोड़ें।
पूर्व ब्लाक प्रमुख डा. अजंट सिंह यादव ने गांव-गांव संपर्क कर सक्रियता पर जोर दिया। ब्लाक प्रमुख बसरेहर दिलीप यादव बबलू ने टीमें बनाकर निरंतर भ्रमण की रणनीति तैयार कराई। जिला पंचायत सदस्य पंकज यादव ने युवा शक्ति को और अधिक सक्रिय करने पर जोर दिया। ब्लाक अध्यक्ष सुरजेश कल्लू यादव ने रिकार्ड जीत का दावा किया। समाज सेवा समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष सिपाहीराम यादव, जी लिटरा स्कूल के चेयरमैन अतिवीर ङ्क्षसह यादव, किड्स बैली के निदेशक मनोज यादव, सुनील यादव बाबी, ब्लाक अध्यक्ष नरेंद्र सिंह यादव, प्रेम सागर, धीरेंद्र यादव, विपिन यादव, अधिवक्ता रोहित यादव, पूर्व प्रधान राजेश यादव आदि मौजूद रहे।
अखिलेश-शिवपाल से आसपास की सीटें जीतेंगे : प्रसपा राष्ट्रीय महासचिव एवं जिला सहकारी बैंक सभापति आदित्य यादव अंकुर ने कहा कि करहल से सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव व जसवंतनगर से प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव के चुनाव मैदान में होने से आसपास की करीब डेढ़ दर्जन सीटों पर सपा प्रत्याशियों की जीत का रास्ता साफ हो गया है। जनता हमारे साथ है, हम सभी को शिवपाल और अखिलेश बनकर मतदाताओं से संपर्क करके जीत का रिकार्ड कायम करना है। कोरोना काल के चलते जनसभाएं नहीं होंगी, लेकिन जनसंपर्क निरंतर गतिमान रहना चाहिए।