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सपा ने पूर्वांचल के प्रत्‍याशियों की सूची जारी की, गाजीपुर में 2 सीटो पर पुराने चेहरों पर खेला दाव

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर/वाराणसी. समाजवादी पार्टी ने पूर्वांचल के जिलों के प्रत्‍याशियों की सूची गुरुवार शाम को जारी कर दिया। इसमें कई वर्तमान विधायकों को टिकट दिया गया है। मऊ के दारा सिंह ने को भी सपा ने प्रत्‍याशी बनाया गया है। यूपी भाजपा सरकार में मंत्री रहे दारा सिंह कुछ दिन पहले ही सपा में आ गए थे। 

सपा ने आठ जिलों के 22 प्रत्‍याशियों की सूची जारी की है। इसमें वाराणसी और मीरजापुर के लिए किसी भी प्रत्‍याशी की घोषणा नहीं की गई। वहीं आजमगढ़, मऊ, बलिया, सोनभद्र, जौनपुर, भदोही, गाजीपुर और चंदौली के कई सीटों की प्रत्‍याशियों की घोषणा की गई है।

आजमगढ़

अतरौलिया- संग्राम सिंह यादव

गोपालपुर-नफीस अहमद

आजमगढ़-दुर्गा प्रसाद यादव

निजामाबाद-आलमबदी

फूलपुरपवई-रमाकांत यादव

दीदारगंज-कमलाकांत राजभर

लालगंज-बेचई सरोज

मऊ

घोसी-दारा सिंह चौराह

बलिया

सिकंदरपुर-जियाउद्दीन रिजवी

फेफना-संग्राम सिंह

बांसडीह-रामगोविंद चौधरी

जौनपुर

बदलापुर-बाबा दूबे

शाहगंज-शैलेन्द्र यादव 'ललई'

मलहनी-लकी यादव

केराकत-तूफानी सरोज

गाजीपुर

जंगीपुर-वीरेन्द्र यादव

जमानिया-ओम प्रकाश सिंह

चंदौली

सकलडीहा-प्रभूनाथ सिंह

भदोही

भदोही-जाहिद बेग

सोनभद्र

राबर्टसगंज-अविनाश कुशवाहा

ओबरा-सुनील सिंह गौड़

दुद्धी-विजय सिंह गौड़

मऊ के घोसी से दारासिंह चौहान को सपा का टिकट

योगी सरकार में वन एवं पर्यावरण मंत्री रहे दारासिंह चौहान के पाला बदलते ही सपा ने घोसी विधानसभा का टिकट दे दिया है। गुरुवार को सपा ने जनपद की एकमात्र घोसी सीट पर ही टिकट फाइनल किया है। घोसी से दारा सिंह चौहान का टिकट फाइनल होने के बाद वहां के दो बार विधायक रहे कद्दावर नेता सुधाकर सिंह के समर्थकों ने अगली रणनीति की ओर इशारा किया है। माना जा रहा है कि वे जल्द ही किसी दूसरे दल में पाला बदल सकते हैं। 

आजमगढ़ की सात सीटों के लिए सपा प्रत्याशी घोषित

समाजवादी पार्टी ने जिले की 10 में से सात सीटों के लिए प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। इसमें चार वर्तमान विधायकों को पार्टी ने फिर मौका दिया है, तो वहीं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुखदेवप राजभर के पुत्र कमलाकांत राजभर और पूर्व सांसद रमाकांत यादव को भी टिकट दिया गया है।

पार्टी के लखनऊ कार्यालय से जारी सूची की पुष्टि करते हुए जिलाध्यक्ष हवलदार यादव ने बताया कि 343 अतरौलिया सीट से विधायक डा. संग्राम यादव, 344 गोपालपुर सीट से नफीस अहमद, 347 आजमगढ़ से दुर्गा प्रसाद यादव और 348 निजामाबाद से आलमबदी चुनाव लड़ेंगे। इसके अलावा 349 फूलपुर-पवई से पूर्व सांसद रमाकांत यादव, 350 दीदारगंज से पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुखदेव राजभर के पुत्र कमलाकांत राजभर, लालगंज सुरक्षित से पूर्व विधायक बेचई सरोज को पार्टी ने टिकट दिया है।

बलिया में पुराने प्रत्याशियों पर फिर से दांव

विधानसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने बलिया के तीन विधानसभा क्षेत्रों के प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी है। पार्टी ने पिछली बार चुनाव लड़ने वालों पर ही भरोसा जताया है। इसमें फेफना से संग्राम सिंह यादव, सिकंदरपुर से पूर्व मंत्री जियाउद्दीन रिजवी व बांसडीह से रामगोविंद चौधरी को उम्मीदवारी दी गई है। इनमें से पिछली बार सिर्फ रामगोविंद चुनाव जीते थे जिन्हें पार्टी ने नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी साैंपी थी।

गाजीपुर में सपा ने दो सीटो पर पुराने चेहरों पर खेला दाव

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने जिले की सात में से दो सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। जमानियां और जंगीपुर सीट पर पुराने चेहरों पर दाव खेला है। जंगीपुर से निवर्तमान विधायक डा. विरेंद्र यादव और जमानियां से पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह को टिकट दिया है। जंगीपुर विधानसभा सीट पर अब तक सपा का ही कब्जा रहा है। वर्ष 2012 में नए परिसिमन के बाद सपा के कैलाश यादव ने जीत दर्ज की थी। इसके बाद उपचुनाव में उनकी पत्नी किसमतिया देवी और वर्ष 2017 में उनके बेटे डा. विरेंद्र यादव ने जीत दर्ज की थी। सपा के कद्दावर नेता ओमप्रकाश सिंह वर्ष 2017 के चुनाव में तीसरे नंबर पर थे। वह अब तक छह बार विधायक रह चुके हैं। जमानियां सीट पर पार्टी ने फिर एक बार उन्हें मौका दिया है।

सोनभद्र : सात बार के विधायक विजय सिंह गोंड़ व पूर्व विधायक अविनाश पर दाव

समाजवादी पार्टी ने गुरुवार को सोनभद्र के तीन विधानसभा सीटों के लिए प्रत्याशियों की घोषणा कर दी। इसमे सपा ने राबर्ट्सगंज विधानसभा से पूर्व विधायक अविनाश कुशवाहा को लगातार तीसरी बार प्रत्याशी बनाया है, जबकि ओबरा अनुसूचित जनजाति सीट से नया चेहरा सामने आया है। सपा ने ओबरा सीट से हाल ही में जिला पंचायत सदस्य चुने गए सुनील सिंह गौड़ को टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारा है। इसके अलावा दुद्धी के अनुसूचित जनजाति सीट पर सपा ने सात बार के विधायक रहे पूर्व मंत्री विजय सिंह गौड़ को प्रत्याशी घोषित किया है। विजय सिंह इसके पूर्व भी सपा से विधायक चुने जा चुके हैं। पिछले चुनाव में उन्होंने बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था, लेकिन वह अपना दल भाजपा के संयुक्त प्रत्याशी हरिराम चेरो से कम ही मतों से चुनाव हार गए थे। इसके बाद वह फिर सपा में शामिल हो गए।

इस बार सपा ने उन्हें फिर से टिकट देकर उन पर भरोसा जताया है। खास बात यह है कि सपा ने अब तक घोरावल सामान्य सीट के लिए प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। यहां से वर्ष 2012 के चुनाव में समाजवादी पार्टी के रमेश चंद दुबे चुनाव जीतकर पहली बार विधायक बने थे, जबकि 2017 में वह भाजपा के अनिल मौर्या से चुनाव हार गए थे। इस तरह सपा ने अब तक जिले में तीन सीटों के लिए प्रत्याशी उतार दिया है। इसके पूर्व कांग्रेस ने ओबरा अनुसूचित जनजाति सीट से पार्टी के जिलाध्यक्ष व उभ्भा कांड से चर्चा में आए रामराज गौड़ को प्रत्याशी बनाया है। इसके अलावा भाजपा, बसपा ने फिलहाल प्रत्याशियों की घोषणा नही की है।

भदोही : सपा ने पांचवीं बार टिकट देकर जताया विश्वास

समाजवादी पार्टी ने जाहिद बेग को पांचवीं बार अपना प्रत्याशी बनाया है। 392-भदोही विधानसभा क्षेत्र से

2012 में पार्टी के टिकट पर विधायक बने। 2017 के चुनाव में इसी सीट पर भाजपा प्रत्याशी रवींद्रनाथ त्रिपाठी ने इन्हें 1105 वोटों के अंतर से हराया। 2022 के चुनाव में पार्टी से इन्हें फिर से टिकट मिला है। इसके पूर्व 1996 में 394-औराई विस क्षेत्र से सपा के प्रत्याशी रहे। 2002 में भी पार्टी ने इसी विधानसभा सीट से लड़ाया था लेकिन दोनों चुनावाें में हार मिली। 2012 के पूर्व यह सपा के भदोही जिलाध्यक्ष भी रहे हैं। इनके पिता युसुफ बेग 1989-91 तक जनता दल से भदोही से सांसद रहे हैं।

जौनपुर : सपा ने शाहगंज व मल्हनी विधानसभा में वर्तमान विधायक पर खेला दांव

सपा की तरफ से जारी की गई प्रत्याशियों की सूची में शाहगंज व मल्हनी विधानसभा में वर्तमान विधायक पर खेला दांव खेला गया है। इसके अलावा बदलापुर विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक ओमप्रकाश दुबे बाबा को टिकट दिया गया है। साथ ही केराकत सुरक्षित सीट से पूर्व सांसद तूफानी सरोज को मैदान में उतारा गया है। उतारे गए प्रत्याशियों का अबतक का सफर कुछ इस तरह है।

शैलेंद्र यादव ललई खुटहन विधानसभा क्षेत्र से 2002 में बसपा से पहली बार विधायक चुने गए थे। इसके बाद 2004 में बसपा छोड़कर सपा में आने पर इनको राज्यमंत्री बनाया गया। 2007 के चुनाव में यह खुटहन की सीट पर सपा से पुन: विधायक चुने गए। परिसीमन बदलने के बाद यह शाहगंज से 2012 चुनाव जीते तो सपा सरकार बनने पर इनको उर्जा राज्यमंत्री बनाया गया। 2017 के मोदी लहर में यह अपनी सीट बचाने में कामयाब रहे और पुन: विधायक चुने गए।

लकी यादव सपा के दिग्गज नेता रहे पूर्व कैबिनेट मंत्री पारसनाथ यादव के पुत्र हैं। इनके पिता छह बार विधायक व दो बार सांसद रहे। 2020 में पारसनाथ के बीमारी के बाद निधन से खाली हुई इस सीट पर हुए उपचुनाव में लकी यादव ने जीत दर्ज की। इन्होंने धनंजय सिंह को चुनाव में मात दी थी। वर्ष 2007 में लकी यादव ने सपा के टिकट पर मड़ियाहूं विधानसभा क्षेत्र से पहली बार चुनाव लड़ा, जिसमे इन्हें हार का सामना करना पड़ा था।

ओमप्रकाश दुबे बाबा: यह वर्ष 2012 में बदलापुर विधानसभा क्षेत्र से सपा से पहली बार विधायक चुने गए। हालांकि 2017 के चुनाव में इन्हें भाजपा के रमेशचंद्र मिश्र से हार का सामना करना पड़ा। इसके पूर्व यह 2004 में बसपा के टिकट पर जौनपुर लोकसभा से चुनाव लड़ चुके है, जिसमें सपा के पारसनाथ यादव से इन्हें पराजय मिली थी। इसके बाद 2007 के विधानसभा चुनाव में खुटहन से बाबा मित्र मंडल बनाकर यह निर्दलीय चुनाव लड़े, जहां इन्हें शैलेंद्र यादव ललई के हाथों हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद रारी में 2009 में हुए उपचुनाव में सपा से चुनाव लड़ा, लेकिन यहां भी सफलता हाथ नहीं लगी।

केराकत सीट पर प्रत्याशी तूफानी सरोज की बात करें तो यह 1999, 2004 में सैदपुर सुरक्षित सीट दो बार व नवसृजित मछलीशहर से 2009 में एक बार सांसद चुने गए, यानि यह तीन बार लगातार सांसद रहे। हालांकि मोदी लहर में मछलीशहर सुरक्षित सीट से 2014 में भाजपा प्रत्याशी रामचरित्र निषाद से इन्हें हार का सामना करना पड़ा।

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