मुलायम के परिवार में भाजपा नहीं लगा पाएंगी सेंध, अपर्णा यादव के टिकट बंटवारे को लेकर फंसा पेच!
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव 2022 में राजनीतिक उठापटक जारी है. समाजपार्टी नेता मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव आज भाजपा में शामिल नहीं हो रही है. इससे पहले खबर आ रही थी कि अपर्णा रविवार को भाजपा में शामिल होंगी. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अपर्णा के भाजपा में शामिल होने के बाद सीट बटवारे को लेकर मामला अटक सकता हैं.
खबरों के अनुसार, भाजपा नेता रीता जोशी अपने बेटे के लिए लखनऊ कैंट से ही टिकट मांग रही हैं. तो वहीं अपर्णा भी इसी सीट पार्टी की उम्मीदवार बनने की इच्छा जता रही हैं. ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि बीजेपी दोनों में से किसको यहां से उम्मीदवार बनाती है. या कोई तीसरा ही इस सीट से चुनावी मैदान में उतरेगा.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पिछले कुछ दिनों से चर्चा हो रही थी कि रविवार को रविवार 16 जनवरी को अखिलेश यादव के छोटे भाई की पत्नी अपर्णा यादव भाजपा में शामिल हो रही है. लेकिन अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी है कि अपर्णा यादव ने भाजपा ज्वाइन की है. 2017 के विधानसभा चुनाव में अपर्णा यादव ने लखनऊ कैंट सीट समाजवादी प्रत्यासी बनकर चुनाव लड़ा था. इस चुनाव में भाजपा नेता रीता बहुगुणा जोशी ने उन्हें 33796 मतों से हराया था.
कॉलेज टाइम से है समाजवादी परिवार से संबंध
अपर्णा यादव का कॉलेज टाइम से ही समाजवादी पार्टी से संबंध हो गए. पढ़ाई के दौरान अपर्णा की दोस्ती मुलायम सिंह यादव के छोटे बेटे प्रतीक यादव से हो गई. उन्होंने 2011 में प्रतीक यादव से शादी की थी. प्रतीक यादव मुलायम सिंह की दूसरी पत्नी साधना गुप्ता के बेटे हैं. अपर्णा ने राजनीति विज्ञान, आधुनिक इतिहास और अंग्रेजी में ग्रेजुएशन किया है, तो वहीं ब्रिटेन की मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी से इंटरनेशनल रिलेशन एंड पॉलिटिक्स में मास्टर डिग्री हासिल की है. 2014 में पीएम नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान की प्रशंसा करने के बाद वह लाइमलाइट में आयी थीं.