Ropeway in Varanasi : 31 जनवरी को खुलेगी रोपवे की निविदा, कंपनियों ने कई आशंकाओं को दूर करने के लिए मांगा है वक्त
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. Ropeway in Varanasi : उत्तर प्रदेश कैबिनेट की स्वीकृत के बाद पूरी उम्मीद थी कि 31 दिसंबर को निविदा खुल जाएगी। इसके बाद निर्माण के लिए कंपनी का नाम तय हो जाएगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं हो सका। वाराणसी विकास प्राधिकरण की ओर से रोपवे के लिए जारी निविदा पहले 18 दिसंबर को खुलनी थी जो नहीं खुल सकी।
इसकी वजह कंपनियों का प्रोजेक्ट निर्माण को लेकर कई तरह की आशंकाएं हैं। इसको सुलझाने के लिए आमंत्रित कंपनियों ने वीडीए से वक्त मांगा जिसके बाद निविदा खोलने की तिथि 24 दिसंबर कर दी गई लेकिन इस तारीख को भी नहीं खुली निविदा और 31 दिसंबर की तिथि तय कर दी गई। अब वाराणसी विकास प्राधिकरण ने यह तिथि बढ़ाकर 31 जनवरी कर दी है। इस बाबत वीडीए उपाध्यक्ष ईशा दुहन का कहना है कि निविदा में ग्लोबल कंपनियों ने भागीदारी की है।
नए वर्ष की व्यस्तता व कोरोना संक्रमण का हवाला देते हुए ग्लोबल कंपनियों ने वक्त मांगा है जिसे देखते हुए एक बार फिर निविदा खुलने की तिथि बढ़ाई गई है। स्पष्ट किया कि निविदा प्रक्रिया जारी है, इसलिए इस प्रोजेक्ट पर विस चुनाव के मद्देनजर संभावित आचार संहिता का असर नहीं पड़ेगा। वाराणसी में रोपवे की स्थापना के लिए पीपीपी माडल पर जारी की गई है।
3.65 किमी की प्रस्तावित इस परियोजना पर 410 करोड़ रुपये खर्च होने हैं। इसमें 20 प्रतिशत केंद्रांश व 20 प्रतिशत राज्यांश है। शेष 60 प्रतिशत कंपनी के हिस्से आएगा। राज्यांश एक बार देय होगा। कार्यदायी कंपनी रोपवे का निर्माण करने के साथ ही संचालन भी करेगी। परियोजना सलाहकार के तौर पर वीडीए की ओर से नियुक्त वैपकास लिमिटेड कंपनी ने प्रस्ताव तैयार किया है।
प्री- बिड में आई कंपनियां
-ईसीएल मेनेजमेंट एसडीएनडीएचडी
-डोपल्मेयर
-एफ़आइएल
-पोमा
-एक्रान इंफ्रा
-एजीस इंडिया
-कनवेयर एंड रोप-वे सिस्टम
परियोजना की मुख्य विशेषताएं
-प्रस्तावित रूट : गोदौलिया से कैंट रेलवे स्टेशन के मध्य
-प्रस्तावित रूट की लंबाई 3.65 किमी
-प्रस्तावित यात्रा समय (एंड-टू-एंड) 15 मिनट
-कुल केबल ट्राली कार 220, प्रत्येक कार में 10 व्यक्तियों की क्षमता
-90 से 120 सेकेंड के अंतराल पर ट्राली कार की उपलब्धता
-एक तरफ से एक समय में 4500 व्यक्तियों को यात्रा की सुविधा
-कुल प्रस्तावित स्टेशन चार
-भू-स्तर से 11 मीटर ऊंचाई पर प्रत्येक स्टेशन
-परियोजना लागत 410.30 करोड़ रुपये