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गोरखपुर रूट पर जल्द दौड़ेगी राजधानी, वंदे भारत और शताब्दी एक्‍सप्रेस- ZRUCC ने भी लगाई मुहर

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गोरखपुर. पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य ट्रैक (बाराबंकी-गोरखपुर-छपरा) पर राजधानी चलाने की मांग जोर पकड़ती जा रही है। गोरखपुर में क्षेत्रीय रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति (ZRUCC) की 109वीं बैठक में भी सदस्यों ने राजधानी एक्सप्रेस को पूर्वांचल की जरूरत बताई। 

सदर सांसद रवि किशन के गोरखपुर के रास्ते पाटलीपुत्र से दिल्ली के बीच राजधानी व गोरखपुर से दिल्ली के बीच वंदे भारत और शताब्दी जैसी प्रमुख ट्रेनों को चलाने के सुझाव पर अन्य सदस्यों ने भी लगाई मुहर लगाई। रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि राजधानी व अन्य प्रमुख ट्रेनों को संचालित करने से संबंधित प्रस्ताव बोर्ड को भेजा जा चुका है। दैनिक जागरण भी राजधानी का संचालन शुरू करने को लेकर अभियान चला रहा है।

सहजनवां-दोहरीघाट नई रेललाइन को समय से पूरा करने का मुद्दा भी उठा

बैठक में यात्री सुविधाओं और सुरक्षा के मुद्दे भी छाए रहे। कुछ सदस्यों ने पूर्वोत्तर रेलवे के रूटों पर पैसेंजर ट्रेनें तो कुछ ने छोटे स्टेशनों पर भी यात्री सुविधाओं को बेहतर करने की मांग की। अधिकतर ने जेडआरयूसीसी के सदस्यों की सुविधाओं को बढ़ाने की चर्चा की। सदर सांसद के प्रतिनिधि समरेंद्र विक्रम सिंह ने गोरखपुर जंक्शन, गोरखपुर कैंट और नकहा जंगल स्टेश्न के विकास से संबंधित सुझाव प्रस्तुत किया। सदस्य महेंद्र सिंह ने सहजनवां-दोहरीघाट नई रेल लाइन के निर्माण कार्य को निर्धारित समय से पूरा करने का सुझाव दिया। रेलवे प्रशासन ने कहा कि भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।

सदस्यों ने रेलवे प्रशासन पर वरिष्ठ नागरिकों की उपेक्षा का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सभी एक्सप्रेस ट्रेनें चलने लगी हैं। इसके बाद भी वरिष्ठ नागरिकों को कोई रियायत नहीं मिल रही है। उन्होंने पैसेंजर ट्रेनों (सवारी गाड़ी) के यात्रियों पर भी ध्यान देने की मांग की। उन्होंने बताया कि पैसेंजर ट्रेनों में भी एक्सप्रेस का किराया लग रहा है। 15 की जगह न्यूनतम 30 रुपये देने पड़ रहे हैं। जबकि, एक्सप्रेस ट्रेनों में जनरल टिकट पर यात्रा शुरू हो गई है। पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक अनुपम शर्मा ने बैठक की अध्यक्षता की। उप महाप्रबंधक (सामान्य) कृष्ण चंद्र सिंह ने संचालन किया। इस मौके पर अपर महाप्रबंधक अमित कुमार अग्रवाल सहित समस्त विभागाध्यक्ष मौजूद थे।

ट्रेनों में लोकल पानी की बाेतलों की बिक्री बंद कराइए साहब

बैठक में खानपान की समस्याएं भी उठीं। सदस्य एसपी मणि ने कहा कि, ट्रेनों में धड़ल्ले से रेल नीर और ब्रांडेड की जगह अनधिकृत लोकल पानी की बाेतलें बिक रहीं हैं। सभी स्टेशनों की वाटर वेंडिंग मशीनें बंद पड़ी हैं। नाश्ता और खाने की गुणवत्ता भी दुरुस्त नहीं है। मांगने पर भी बिल नहीं मिल रहा। रेलवे प्रशासन अनियमितताओं पर रोक लगाए।

गोरखपुर स्टेशन का नाम गुरु गोरक्षनाथ करने की मांग

सदस्य अजय कुमार सिंह ने गोरखपुर स्टेशन का नाम महायोगी गुरु गोरक्षनाथ करने की मांग की। उन्होंने कहा कि स्टेशन का नाम महायोगी गुरु गोरक्षनाथ हो जाने से यात्रियों को गर्व की अनुभूति होगी। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि हमें चर्चा के लिए बुलाया गया था। लेकिन सिर्फ सुझाव मांगे जा रहे हैं।

गोरखपुर से अयोध्या के बीच प्रतिदिन चलाई जाए ट्रेन

सदस्य राधेकृष्ण ने कैंट स्टेशन और नकहा जंगल का विकास कराने की मांग की। रेलवे प्रशासन ने बताया कि दोनों स्टेशनों का नव निर्माण शुरू है। सैटेलाइट स्टेशन के रूप में विकसित किया जा रहा है। राधेकृष्ण सहित अन्य सदस्यों ने गोरखपुर से अयोध्या के बीच ट्रेन चलाने की मांग की।

सिर्फ दो सांसद ही पहुंचे

जेडआरयूसीसी में 51 सदस्य और दस सांसद नामित हैं। बैठक में सभी सदस्य व सिर्फ दो सांसद ही पहुंचे थे। बिहार के महराजगंज क्षेत्र से जनार्दन सिंह सेंगरीवाल और सिवान क्षेत्र से सांसद कविता सिंह मौजूद थीं। अन्य सांसदों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

अन्य प्रमुख मांगे

  • गोरखपुर से पुरी के बीच नई ट्रेन चलाई जाए।
  • गोरखपुर से जोधपुर होते हुए जेसलमेर के लिए ट्रेन चलाई जाए।
  • देहरादून एक्सप्रेस को प्रतिदिन चलाया जाए।
  • अयोध्या के रास्ते गोरखपुर से गोवा के बीच नई ट्रेन चलाई जाए।
  • गोरखपुर से दिल्ली व मुंबई के बीच एसी एक्सप्रेस चलाई जाए।
  • गोरखपुर से लखनऊ के बीच डबल डेकर ट्रेन की आवश्यकता है।
  • रेलवे स्टेशन गोरखपुर में पर्सल की ढुलाई के लिए समुचित व्यवस्था की जाए।
  • यात्री सुविधाओं के लिए गोरखपुर कैंट स्टेशन को मुख्य सड़क मार्ग से जोड़ा जाए।
  • रेलवे अस्पताल में एमबीबीएस इंटर्नशिप शुरू की जाए व मेडिकल कालेज बनाया जाए।
  • पूर्वोत्तर रेलवे में समूह ग के सभी रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया पूरी की जाए।

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