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गाजीपुर में केंद्रों पर धान खरीद का हाल खराब, निराश लौटे किसान

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर में शहर से लेकर देहात तक बने 105 धान क्रय केंद्रों पर खरीद का हाल खराब है। कहीं बोरे की समस्या तो कही टोकन की कतार। कहीं धीमी रफ्तार तो कही भीड़ अपार। कांटे के फेर में किसान फंसकर रह गया है और दुश्वारियां कम होने का नाम नहीं ले रहीं। क्रय केंद्रों पर समस्या ज्यों की त्यों बनी रहीं। अधिकतर क्रय केंद्रों पर बोरे उपलब्ध नहीं होने से धान खरीद नहीं हुई तो कई जगहों पर टोकन व्यवस्था फेल होने के कारण खरीद प्रभावित रही। क्रय केंद्र पर धान रखने की जगह नहीं और सुबह से ही ट्रॉली, पिकअप आदि वाहनों पर धान लेकर पहुंचे किसानों को दोपहर बाद निराश लौटना पड़ा।

बारिश के बाद बिगड़ा धान का हाल

सेवराई पूर्व माध्यमिक विद्यालय परिसर सेवराई में धान क्रय केंद्र पर किसानों का धान तौला जा रहा है। यहां पर पिछले दिनों बारिश होने की वजह से धान क्रय केंद्र पर चारों तरफ कीचड़ हो गया है। जिससे धान तौल करने में परेशानी हो रही है, कुछ किसान अपना धान अपने खलिहान में सुखा रहे हैं। टोकन की अभाव में अभी भी अधिकांश किसानों का धान खलिहान में पड़ा हुआ है सेवराई धान क्रय केंद्र पर अभी तक 10000 कुंतल धान की खरीद हो चुकी है।

113 किसानों से खरीदी 6500 कुंतल धान

जमानियां के बघरी साधन सहकारी समिति क्रय विक्रय पर 6 किसान से 350 कुन्तल धान की खरीदारी की गई। अब तक 6500 सौ कुन्तल 113 किसानों से धान की खरीदारी हो चुकी है। किसानों ने बताया कि बघरी क्रय विक्रय समिति पर धान की खरीदारी में कोई दिक्कत नही लेकिन आनलाइन टोकन से व्यवस्था प्रभावित हो रही है। सचिव संदीप कुमार ने बताया कि किसानों से धान की खरीदारी मानक नुसार किया जा रहा है।

दो केंद्रों पर सुबह से जुटे किसान

दिलदारनगर मंडी समिति मे विपड़न के दो केंद्रों पर धान की तौल हो रहा है। जबकि दो प्राइवेट केंद्र पर पिछले दिनों से धान क्रय केंद्र बन्द होने से किसान परेशान है। विपणन के एरिया प्रभारी रितेश कुमार सिंह ने बताया कि प्रथम केंद्र पर 210 किसानों से 16746,20 कुन्तल और भुगतान हो चुका है। दूसरे केंद्र पर 202 किसानों से 16447,60 कुन्तल धान खरीद हुई। परिसर में रखा अन्य किसानों का भी धान को नंबर के हिसाब से तौल जारी है अगर किसान परिसर में अपना धान अगर ले आते है तो सबकी धान की खरीदारी होंगी। किसानों से खरीदी गई धान की आन लाइन के हसाब से किसानों के खाता में भुगतान भी हो रहाहै।

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