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किसान डेढ़ साल बैठे रहे, 15 मिनट मोदी फंसे तो परेशान - नवजोत सिद्धू

गाजीपुर न्यूज़ टीम, नई दिल्ली. पंजाब में पीएम नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक के मामले पर कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। इस मामले पर नवजोत सिंह सिद्धू ने चिंता जताने की बजाय पीएम नरेंद्र मोदी पर ही तंज कसा है। एक रैली को संबोधित करते हुए सिद्धू ने कहा, 'पीएम साहब मैं पूछना चाहता हूं कि हमारे लोग दिल्ली में डेढ़ साल बैठे रहे। दिल्ली को लंगर खिलाते रहे। तब आपके किसी मीडिया ने कुछ नहीं बोला, लेकिन आपको 15 मिनट रुकना पड़ गया तो फिर आऊं, आऊं हो गई।'

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, 'यह पंजाब के किसानों का बलबला है। आपने कहा था कि मैं किसानों की आय दोगुनी करूंगा। आपने दोगुनी आय तो क्या की, जो उनके पल्ले में था, वह भी छीन लिया। अब आप चाहे जो भी ड्रामे करो लोगों को इससे फर्क नहीं पड़ेगा। आपके लोग तस्वीरें लगाकर धन्यवाद दे रहे हैं कि काले कानून वापस ले लिए। आपने काले कानून वापस नहीं लिए हैं बल्कि हमने गले में अंगूठा डालकर ऐसा कराया है।'

यही नहीं नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि भाजपा ने पीएम नरेंद्र मोदी की सुरक्षा को इसलिए मुद्दा बनाया क्योंकि रैली में कुर्सियां खाली पड़ी थीं। सिद्धू ने कहा कि आयोजन में 70,000 कुर्सियां लगाई गई थीं, लेकिन 700 लोग ही मौके पर पहुंचे। पंजाब कांग्रेस ने '700 कुर्सी 700 बंदे' हैशटैग के साथ ट्वीट्स भी किए हैं। इन ट्वीट्स में पीएम नरेंद्र मोदी और भाजपा पर तंज कसते हुए कहा गया कि फ्लॉप रैली से ध्यान हटाने के लिए इस तरह की बातें की जा रही हैं। वहीं कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा, 'भगवान के लिए सुरक्षा बलों का मनोबल न गिराएं। पंजाब की वीर धरती का अपमान न करें। आप अपनी तुच्छ राजनीति के लिए पूरे इलाके और उसकी संस्कृति को गलत नहीं ठहरा सकते।'

कैप्टन अमरिंदर जैसे बेशर्म बंदा मैंने कभी नहीं देखा

आखिर 500 लोगों की रैली को कैसे संबोधित करते। यह शर्म की बात थी और इससे बचने के लिए ही उन्होंने यह किया। नवजोत सिंह सिद्धू ने कैप्टन अमरिंदर सिंह पर भी तीखा हमला बोलते हुए कहा, 'मैंने अपनी जिंदगी में इतना बेशर्म नेता नहीं देखा। सिर्फ 500 लोगों की रैली में पहुंच गए।' सिद्धू ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह का कल भंडाफोड़ हो गया। कल कैप्टन और भाजपा फेल हो गए। एक तरफ प्रधानमंत्री को सुनने के लिए ही 500 लोग आए तो यह बरनाला में सरदार कंवल सिंह ढिल्लो के कहने पर 20 से 30 हजार लोग आ गए। आप इस बात से ही अंदाजा लगा लो कि इन लोगों को क्या बनना है।

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