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पशुओं के लिए एंबुलेंस सेवा 108 की तरह ही चलेगी मोबाइल वेटरनरी वैन, एक काल पर हाेगी हाजिर

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गोरखपुर. डायल 108 की तर्ज पर अब पशु पालकों के घर एक काल करने पर मोबाइल वेटरनरी वैन हाजिर होगी। भारत सरकार के पशुधन स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण योजना के तहत बस्‍ती जिले को पांच मोबाइल वेटरनरी वैन आवंटित की गई है। बस्‍ती के चारों तहसील मुख्यालय पर इसे उपलब्ध कराया जाएगा। इसके अलावा एक जिला मुख्यालय पर आकस्मिक सेवा के लिए मौजूद रहेगी। यह पशुपालकों के घर तक पहुंचेगी और पशुओं का उपचार करने के साथ ही दवाएं भी उपलब्ध कराएगी। प्रत्येक एंबुलेंस में एक पशु चिकित्सक, एक पैरावेट, एक चालक व अनुचर होंगे।

समय से उपचार मिलने से नहीं जाएगी पशुओं की जान

समय पर इलाज न मिल पाने के कारण कई बार दुधारू पशुओं की मौत हो जाती है। इससे पशुपालक मानसिक तनाव में आ जाते हैं। इससे राहत देने के लिए प्रदेश सरकार ने पिछले वर्ष नवंबर माह में मोबाइल वेटरनरी वैन शुरू करने की योजना बनाई थी। मगर जिलों को मोबाइल वेटरनरी वैन आंवटित नहीं किए गए। इस वर्ष छह जनवरी को निदेशक रोग नियंत्रण एवं प्रक्षेत्र पशुपालन की ओर से मोबाइल वेटरनरी वैन आवंटित कर दिया है।

दवाओं के साथ पहुंचेगी पशु चिकित्‍सक स्‍टाफ

यह सुविधा शुरू होके बाद एक कॉल करने पर मोबाइल वैन में पशु चिकित्सक स्टाफ के साथ दवाइयां लेकर पशु पालकों के घर पहुंच जाएंगे। बस्ती जिले को पांच मोबाइल वेटरनरी वैन मिलेगी। इस मोबाइल वैन में एक पशु चिकित्सक, एक पैरावेट, एक अनुचर व चालक होंगे। इसमें पशुओं के चिकित्सा संबंधी उपकरण और दवाइयां भी उपलब्ध होंगी। इसे टोल फ्री नंबर 1962 से जोड़ा जाएगा। जरूरत पड़ने पर पशु पालक इस पर फोन कर सकेंगे। किसी भी गांव में रहने वाले पशु पालक के फोन करने पर यह मौके पर पहुंच जाएगी। मोबाइल वैन में डॉक्टर मौजूद होंगे, जो बीमार पशु का परीक्षण करने के साथ दवाएं भी देंगे। इससे पशुओं को तुरंत और सही इलाज मिल सकेगा।

इसी माह मिल जाएगी वैन

मुख्‍य पशु चिकित्‍सा‍धिकारी डा. अश्‍वनी कुमार तिवारी ने बताया कि जिले को पांच मोबाइल वेटरनरी वैन आवंटित किया गया है। उम्मीद है कि यह इसी माह मिल जाएगी। इसमें पशुपालन निदेशालय के स्तर से ही पशु चिकित्सक व अन्य स्टाफ की तैनाती होगी।

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