श्रीकृष्ण ने दिए साक्षत दर्शन, अखिलेश यादव के खिलाफ चुनाव लड़ने को कहा- भाजपा नेता का दावा
गाजीपुर न्यूज़ टीम, इटावा. उत्तर प्रदेश के विधानस्भ्पा चुनाव में भगवान श्री कृष्ण की इंट्री ने चर्चाओं का बाजार गर्म कर दिया है. एक ओर जहं सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के दावों के मुताबिक उनके सपने में भगवान कृष्ण आ रहे हैं तो वहीं भाजपा नेता शिवप्रसाद यादव का दावा है कि भगवान ने उन्हें साक्षात दर्शन दिए हैं. यादव का कहना है कि भगवान श्री कृष्ण के ही निर्देश पर वे सपा प्रमुख अखिलेश यादव के खिलाफ विधानसभा चुनाव लड़ने को तैयार हैं.
भारतीय जनता पार्टी के नेता और इटावा से पूर्व विधायक शिवप्रसाद यादव ने कहा कि अगर पार्टी आदेश दे तो वह सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं. भाजपा नेता शिव प्रसाद यादव ने शनिवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सपा मुखिया अखिलेश यादव पूरे प्रदेश में कानपुर, आगरा और झांसी मंडल की किसी भी सीट से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे तो वो उसी सीट से चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं. उन्होंने दावा किया कि सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव जी ने घोषणा की थी कि भगवान कृष्ण उनके सपने में आकर कहते हैं कि उनके पिता जहं-जहां से चुनाव लड़ चुके हैं वो उनमें से किसी भी सीट से चुनाव लड़ेंगे.
शिवप्रसाद यादव ने कहा, ‘जैसे अखिलेश यादव को भगवान कृष्ण सपने में आकर कह रहे हैं कि सपा की सरकार बन रही है, वैसे ही भगवान ने मुझे जगाकर कहा है कि तुम चुप मत बैठो, उत्तर प्रदेश को दंगों, गुंडों, नंगों, भूमाफियाओं, अपहरणकर्ताओं से बचाना है, इसलिए जरूरी है कि तुम चुनाव लड़ने की घोषणा करो.’ यादव ने इसके साथ ही कहा, ‘सपा सुप्रीमो कहते हैं कि भगवान श्रीकृष्ण उन्हें सपने में कह रहे हैं कि समाजवादी पार्टी की सरकार बनेगी, लेकिन आज भगवान श्रीकृष्ण ने हमें साक्षात में जगाकर कहा कि तुम चुप मत बैठो और उत्तर प्रदेश को बचाने के लिए सपा सुप्रीमो के खिलाफ चुनाव लड़ने की घोषणा करो.’
साल 2009 में इटावा की भरथना विधानसभा क्षेत्र से विधायक रह चुके शिवप्रसाद यादव ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण की प्रेरणा से यदि हमारी पार्टी हमें आदेश देती है तो वे सपा सुप्रीमो के खिलाफ झांसी, लखनऊ, कानपुर तथा आगरा मंडल की किसी भी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने को तैयार हैं.
पत्रकारों के सवालों के जबाब में उन्होने कहा कि वैसे तो उन्होंने औरैया की बिधूना विधानसभा सीट से दावेदारी की हुई है, लेकिन इसके बावजूद भी सपा प्रमुख के खिलाफ किसी अन्य सीट से भी चुनाव लड़ने को तैयार हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश को अत्याचारी सरकार से बचाना है तो बीजेपी सरकार बनानी होगी.
वर्ष 2007 के विधानसभा चुनाव परिणामों पर सवाल खड़ा करते हुए उन्होंने कहा कि 2007 में भरथना विधानसभा सीट से सपा मुखिया अखिलेश यादव के पिता मुलायम सिंह यादव को हार की कगार पर ला दिया था तो अखिलेश यादव क्या हैं.