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अखिलेश के गढ़ में बगावत, रामगोपाल के करीबी ने छोड़ी सपा, BSP सुप्रीमो मायावती ने दिया टिकट

गाजीपुर न्यूज़ टीम, इटावा. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान दल-बदल की सियासत जारी है. इस बीच समाजवादी पार्टी के गढ़ में पार्टी में बगावत शुरू हो गई हैं. सपा के पूर्व विधानसभा प्रत्याशी और प्रो. रामगोपाल यादव के करीबी माने जाने वाले कुलदीप गुप्ता ने साइकिल की सवारी छोड़कर हाथी का दामन थाम लिया है. यही नहीं, वह बसपा से टिकट लेकर इटावा की सदर सीट से मैदान में उतर गए हैं.

बता दें कि समाजवादी पार्टी के इटावा की सदर सीट से प्रबल दावेदारों में से किसी को टिकट न मिलने पर मायूसी छा गई है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने चारों दावेदारों को साइड लाइन कर तीन दफा सांसद रहे राम सिंह शाक्य के बेटे सर्वेश शाक्‍य को टिकट देकर इटावा की राजनीति में गर्मी बढ़ा दी है. इसके बाद सभी दावेदार अब अलग अलग दलों में जाकर चुनाव लड़ने और समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी को हराने की जुगत में लग गए हैं.

सपा से अपने हो रहे बागी

टिकट न मिलने से नाराज प्रत्याशियों में पहला नाम इटावा के पूर्व नगरपालिका चैयरमेन कुलदीप गुप्ता ‘संटू’ का है, जोकि 2012 में समाजवादी पार्टी से बागी होकर सपा प्रत्याशी के खिलाफ निर्दलीय के तौर पर चुनाव लड़े और 5 हजार से अधिक वोटों से जीत हासिल की थी. उस समय उनका चुनाव चिन्ह ‘सितारा’ था, जिस पर उनके समर्थकों ने नारा दिया था’ ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार संटू भईया सुपर स्टार.

प्रो. रामगोपाल यादव के करीबी रहे हैं गुप्‍तासमाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव के करीबी होने के चलते गुप्‍ता फिर से सपा में शामिल होकर लगातार कड़ी मेहनत से जुटे हुए थे. यही नहीं, वह सदर इटावा सीट से 2017 में विधानसभा का चुनाव भी लड़े थे, लेकिन 17 हजार वोटों से बीजेपी की प्रत्याशी से हार का सामना करना पड़ा था. समाजवादी पार्टी से टिकट न मिलने से नाराज कुलदीप गुप्ता अपने समर्थकों के साथ आज बीएसपी में शामिल हो गए और अब बसपा के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरेंगे. कुलदीप गुप्ता जिस तरह से नगरपालिका चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतरे थे, उनको इस बार फिर वही उम्मीद है कि वह दोबारा चुनाव जीतकर इटावा विधानसभा सीट पर कब्जा करेंगे.

सपा-प्रसपा गठबंधन के प्रत्याशी के तौर पर पूर्व सांसद और पूर्व विधायक रघुराज सिंह शाक्य, पूर्व चैयरमेन कुलदीप गुप्ता ‘संटू, पूर्व में भाजपा छोड़ सपा में शामिल हुए शिव प्रताप राजपूत, यूपी कर्मचारी शिक्षक संघ के अध्यक्ष इंजीनियर हरिकिशोर तिवारी सदर सीट से दावेदार थे और लोगों को उम्मीद थी कि इन्हीं में से किसी प्रत्याशी को टिकट मिलेगा, लेकिन नए चेहरे को टिकट मिलने से सभी में मायूसी छा गयी थी. इसमें से कुलदीप ने पार्टी छोड़ बसपा के टिकट से मैदान में उतरने का मन बना लिया है. सूत्रों की मुताबिक, अभी अन्य तीन दावेदार भी सपा छोड़कर अन्य दलों में शामिल हो सकते हैं.

बसपा ने दिया ये भरोसा, गुप्‍ता ने कही ये बड़ी बात

बसपा जिलाध्यक्ष बलवीर सिंह जाटव ने कुलदीप गुप्ता को बसपा की सदस्यता ग्रहण कराते हुए मीडिया को बताया कि उन्‍होंने समाजवादी पार्टी की सदस्यता छोड़कर बसपा की सदस्यता ली है. बसपा सुप्रीमो मायावती ने उनको इटावा सदर से प्रत्याशी घोषित किया है. उन्होंने आगे कहा कि सभी बसपा कार्यकर्ता कुलदीप गुप्ता को जिताने के लिए पूरी मेहनत करेंगे. इसके अलावा सपा छोड़कर बसपा के टिकिट पर मैदान में उतरे कुलदीप गुप्ता ने बताया कि मैं लम्बे समय से पार्टी के लिए निष्ठावान रहा, लेकिन जब टिकट मिलने का समय आया तो किसी ऐसे व्यक्ति को टिकट दे दिया जो कभी सक्रिय नहीं था. समाजवादी पार्टी के किसी भी सक्रिय नेता को टिकट मिलती तो दुख नहीं होता. बहन मायावती ने मुझे टिकट देकर आशीर्वाद दिया जिस पर मैं पूरी तरह खरा उतरूंगा.


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