आदित्य ने बचाई इमली की जान, गांव के लोगों से भिड़ गया आर्यन
गाजीपुर न्यूज़ टीम, नई दिल्ली. टीवी शो इमली में अभी तक आपने देखा होगा कि आर्यन और इमली तेज तूफान के कारण एक झोपड़ी में रात गुजारते हैं. लेकिन सुबह होते ही गांव के लोग वहां पर पहुंच जाते हैं और इमली पर लांछन लगाने लगाते है कि वह तलाक के बाद भी एक गैर मर्द के साथ घूम रही है. अब जानिए आज के एपिसोड में क्या होने वाला है.
गांव के लोगों के साथ आर्यन की हुई झड़प
आर्यन गांवावालों को समझाने लगता है तभी कोई उसे डंडे से मार देता है जिससे वह नीचे गिर जाता है. इसके बाद गांववाले इमली और आर्यन को साथ में पकड़कर ले जाते हैं. जब ये बात इमली की मां मीठी को पता चलती है तो वह भागी-भागी वहां पर पहुंच जाती है. इस बीच अनु डॉक्यूमेंट्स तैयार करवाती है ताकि मालिनी को आदित्य के हिस्से की प्रॉप्रटी मिले लेकिन मालिनी मां से कहती है कि वह विधवा नहीं हुई है और आदित्य मिसिंग है. उसे कुछ नहीं हुआ है.
आर्यन और इमली को बचाने के लिए मीठी ने किया ये काम
गांव का सरपंच आर्यन और इमली को पेड़ से बंधवा देता है. वहां पर मीठी पहुंचकर सरपंच से इमली और आर्यन को छोड़ने के लिए कहती है लेकिन सरपंच मीठी को भी बंधवा देता है. इस बीच मीठी अपने बाल से क्लिप निकालकर इमली को दे देती है. इमली ताले को खोलकर आजाद हो जाती है और मां के हाथों में बंधी रस्सी को भी खोल देती है.
गांववालों के चंगुल से इमली-आर्यन हुए आजाद
इसके बाद इमली कुल्हाड़ी से आर्यन के जंजीर को काट देती है. आर्यन बोलता है कि अगर कोई इमली पर हाथ उठाएगा तो वह सभी को जेल में बंद करवा देगा है. इस बीच कोई इमली को पीछे से सिर पर मार देता है. तभी मीठी सबके सामने आकर खड़ी हो जाती है और इमली व आर्यन को वहां से भगा देती है. लेकिन गांववाले भी उनका पीछा करने लगते हैं. एक आदमी इमली पर भाले से वार करने वाला होता है कि आदित्य बीच में आ जाता है.
आदित्य ने बचाई इमली की जान
सरपंच आदित्य से बोलता है कि तुम बीच में मत पड़ो. तुम तो पहले ही इमली को छोड़ चुका हो. इस पर आदित्य कहता है कि आप इस प्रथा को कब छोड़ेंगे. सरपंच बोलता है कि ये हमारे गांव की परंपरा है. आर्यन कहता है कि आपकी जिद्द ने पिछले साल तीन जिंदगियां बर्बाद कर दी थीं. ये प्रथा और ये परंपरा आज खत्म हो ही जाएगी. सरपंच सबके सामने इमली पर लांछन लगाने लगता है कि वह दो मर्दों को अपनी उंगली पर नचा रही है. सब उसके खिलाफ बोलने लगते हैं. तभी इमली पर एक आदमी हमला करने के लिए दौड़ते हुए आता है तो उसे पंच मारकर आर्यन बेहोश कर देता है जिसे देखकर गांव वाले डर जाते हैं. आर्यन कहता है कि तुम में से और किसी को अपना दम आजमाना है तो आगे आओ, लेकिन सभी डरकर लौट जाते हैं.
इमली ने आदित्य को दिया करारा जवाब
आदित्य को देखकर इमली इमोशनल हो जाती है. वह आदित्य को जान बचाने के लिए थैंक्यू कहती है. आदित्य कहता है कि तुम्हारी और आर्यन के शादी यूं ही थोड़े हो जाने देता मै. वो तो धूमधाम से होनी चाहिए. इस बीच मीठी आदित्य को बताती है कि तुम्हें बचाने के लिए इमली पगडंडिया आई है. इस पर आदित्य बोलता है कि मुझे बचाने के लिए आई थी तो मुझे ढूंढ क्यों नहीं पाई या फिर ये आर्यन के साथ रात बिताने की जल्दी में थी. आदित्य की बातें सुनकर इमली भड़क जाती है और कहती है, बस कीजिए मुझे किसी ढाल की जरूरत नहीं है. मैं खुद को समाज की रीत और आपसे आजाद कर चुकी हूं. अब मैं पहले वाली इमली नहीं हूं. आपसे अपने चरित्र के खिलाफ एक भी शब्द नहीं सुनूंगी. मैं किसी भी तरह की बकवास बर्दाश्त नहीं करूंगी.