क्यों बंद हो गया मुफ्त तेल, नमक और चना का वितरण, जानिए वजह
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. आचार संहिता लगते ही नि:शुल्क चना, तेल, नमक के फ्री वितरण पर संकट खड़ा हो गया। चना, तेल व नमक की पैकेट पर छपी पीएम-सीएम की फोटो राशन वितरण में बाधा बन गई है। क्योंकि फोटो छपे पैकेटों का वितरण आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन माना जाएगा। इस सूरात में प्रशासन ने राशन के वितरण पर रोक लगा दी है। शासन की ओर से नये दिशा निर्देश आने पर या फोटो राहित पैकेट कोटेदारों को आपूर्ति होने पर ही वितरण शुरू हो पाएगा। ऐसे में लाखों कार्डधारकों को फ्री तेल, नमक व चना के लिए इंतजार करना पड़ेगा।
अल्पआय वर्ग के कार्ड धारकों को राहत पहुंचाने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने दिसम्बर 2021 से मार्च 2022 तक चार माह के लिए नि:शुल्क गेहूं - चावल के साथ ही प्रति कार्डधारक एक लीटर रिफाइंड तेल व एक-एक किलो चना व नमक फ्री वितरित किए जाने का फैसला लिया। नि:शुल्क वितरण के लिए आए पैकेटों पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की फोटो छपी है। पैकेट पर टैग लाइन - सोच ईमानदार, काम दमदार भी प्रिंट है। दिसम्बर में इन्हीं पैकेटों का वितरण हुआ। जनवरी में वितरण देरी से शुरू हुआ वहीं शनिवार को आचार संहित भी लग गई। डीएसओ सुनील कुमार सिंह ने बताया कि फोटो व टैग लाइन वाले पैकेट के वितरण पर रोक लगा दी गई है। जिन कोटेदारों के पास बिना फोटो वाले पैकेट हैं वहां वितरण होगा।
बिना फोटो वाले पैकेट का हो वितरण
आचार संहिता लगते ही शनिवार को खाद्य आयुक्त सौरभ बाबू की ओर से सभी जिलाधिकारी व डीएसओ को पत्र भेजकर बिना फोटो व बिना टैग लाइन वाली पैकेट ही उपभोक्ताओं को वितरित किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही कोटेदारों को भी बिना फोटों वाले पैकेट भेजने को कहा है। उन्होंने आदर्श आचार संहिता का शतप्रतिशत अनुपालन कराया जाने को कहा है।