बनारस में चौबेपुर और रामनगर रूट पर दौड़ेगी इलेक्ट्रिक बसें, पहले चरण में सात मार्गों मिल रही सेवा
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. इलेक्ट्रिक बस की दूसरी खेप आने से पहले ही उनके रुटों का निर्धारण करने पर मंथन शुरू हो गया है। वीसीटीएसएल ने यातायात विभाग से मिलकर कुछ नए मार्गों पर इलेक्ट्रिक बस चलाने की इच्छा जताई है। हालांकि, एक फरवरी से रामनगर और चौबेपुर रूट पर इलेक्ट्रिक बसें चलाने की स्वीकृति मिल गई है।
वीसीटीएसएल के प्रबंध निदेशक व रोडवेज वाराणसी परिक्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक केके तिवारी ने बताया कि नई रूटों का किराया भी निर्धारित कर लिया गया है। कैंट से रामनगर का किराया 25 रुपये, लंका से रामनगर 10 रुपये और कैंट से चौबेपुर का किराया 25 रुपये तय किया गया है।
गौरतलब हो कि गत 11 दिसंबर से स्मार्ट सिटी वाराणसी में पब्लिक ट्रांसपोर्ट में इलेक्ट्रिक बसों को शामिल कर लिया गया था। नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने हरी झंडी दिखाकर इस परियोजना का शुभारंभ किया था।
पहले चरण में 25 बसें दौड़ रहीं सात रूटों पर
इनमें मिर्जामुराद से कैंट, बाबतपुर वाया मोहनसराय।
मिर्जामुराद से लंका, कैंट, सिंधौरा वाया मोहनसराय।
मिर्जामुराद से जंसा, कैंट, लंका वाया राजातालाब
मिर्जामुराद से कैंट, सारनाथ वाया अखरी व बीएलडब्ल्यू
दूसरे चरण में 25 और नई ई-बसें आ रही है। इन्हे विभिन्न क्षेत्रों में चलाने के लिए यातायात विभाग से अनुमति मांगी गई है। इलेक्ट्रिक बस देशी-विदेसी पर्यटकों की सुविधा को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। सीट पर बैठने में आराम और सुरक्षा मानकों को देखते हुए बस की डिजाइन की गई है। सुरक्षा को लेकर सीसीटीवी कैमरे, पैनिक बटन, आटोमेटिक डोर के साथ आरामदेय सीट होगी। व्हीलचेयर के लिए फोल्डिंग रैंप, दिव्यांगों के लिए नीची सीट तथा चालक की सुविधा के लिए एडजस्टेबल सीट और आटोमेटिक गियर है।
खूबियां
- एसी बसें
- आवाज रहित
- ध्वनि प्रदूषण मुक्त
- लो फ्लोर
- यात्रियों की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरा
- पैनिक बटन
- एडजेसटेबिल सीटें
- तेज चार्जिंग, फायर उपकरण।
- डेस्टिनेशन बोर्ड।
- पहले ढाई घंटे में होती थी बस चार्ज।
- अब 45 मिनट में होगी चार्जिंग।
- 80 किमी. के स्थान पर अब 120 किमी. से अधिक दूरी तय करेंगी ये नई ई-बसें।