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CM योगी का अखिलेश के श्रीकृष्ण के सपने में आने वाले बयान पर तंज, बोले- भगवान भी कोस रहे होंगे

गाजीपुर न्यूज़ टीम, अलीगढ़/सहारनपुर. यूपी चुनाव 2022 में श्रीकृष्ण की इंट्री हो गई है. समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव द्वारा दिए बयान जिसमें उन्होंने कहा कि श्रीकृष्ण उनके सपने में आते हैं. अब इस पर सियासत शुरू हो गई. मंगलवार को इस बयान को लेकर सपा प्रमुख पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जमकर निशाना साधा. सीएम योगी ने कहा कि जो लोग अपने सपनों में भगवान श्रीकृष्ण के आने की बात कहते हैं, आज भगवान श्रीकृष्ण भी उन्हें कोस रहे होंगे.

अलीगढ़ में मंगलवार को 7000 करोड़ रुपये की लागत से 660 मेगावाट हरदुआगंज ताप विद्युत संयंत्र सहित तीन दो बिजली योजनाओं के लोकार्पण एवं एक बिजली योजन का शिलान्यास करने के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए आदित्यनाथ ने सपा के शासनकाल को  कि दंगों का उत्पादन काल बताया और कहा  कि वो (अखिलेश) भगवान कृष्ण का नाम लेते हैं और कहते हैं कि भगवान कृष्ण मेरे सपने में आते हैं, लेकिन वो भूल जाते हैं कि कृष्ण की नगरी में ही पिछली सरकार (सपा सरकार) का सबसे पहला दंगा कोसी (मथुरा) में हुआ था और वहीं पर जवाहर बाग कांड हुआ था.

उन्होंने कहा कि अब तो भगवान भी उन्हें कोस रहे होंगे कि जब सत्ता मिली तो उन्होंने कंस का उपासक बनकर जवाहर बाग की घटना करा दी. योगी ने कहा कि पिछली सरकारें महंगे दामों पर बिजली खरीदती थी और उसका बोझ जनता पर डाल देती थीं. पहले की सरकारों में बिना बिजली के स्मार्ट फोन और लैपटॉप चार्ज नहीं हो पाते थे, लेकिन हमारी सरकार निर्बाध रूप से बिजली दे रही है.

सपा अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को संवाददाताओं से बातचीत में दावा किया कि भगवान श्रीकृष्‍ण मेरे भी सपने में आते हैं और कल भी आए थे, रोज आते हैं और कहते हैं कि समाजवादी पार्टी सरकार बनाने जा रही है.’’ यादव ने कहा था कि भाजपा अक्सर रामराज्य की बात करती है, लेकिन असल में समाजवाद का रास्ता ही रामराज्य का रास्ता है.

उल्लेखनीय है कि सपा के कार्यकाल में मथुरा में जून 2016 में जवाहर बाग पार्क में सरकारी जमीन पर कब्जे को लेकर हुई हिंसा में पुलिस अधीक्षक (नगर) मुकुल द्विवेदी और एक दारोगा समेत 29 लोग मारे गये थे. रामवृक्ष यादव के नेतृत्व में एक संगठन के सदस्यों ने 270 एकड़ के जवाहर बाग पर कब्जा कर लिया था जो कि सरकारी जमीन थी. इस हिंसा में रामवृक्ष यादव भी मारा गया था.

मुख्यमंत्री के इस बयान पर पलटवार करते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने मंगलवार को ट्वीट किया. ट्वीट में अखिलेश ने सीएम योगी पर हमला बोलते हुए लिखा कि नाम बदलने वाले उप्र के जो माननीय (योगी आदित्यनाथ) अलीगढ़ में विद्युत परियोजना का सही नाम तक नहीं ले पाये, वो भारी बिजली बिलों से जनता को केवल करंट ही दे सकते हैं, राहत भरी बिजली नहीं. सपा के 300 यूनिट घरेलू बिजली फ्री और सिंचाई बिजली मुफ्त की घोषणा के बाद भाजपा का बल्ब फ्यूज हो गया है.

मुख्यमंत्री ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी व महासचिव प्रियंका गांधी पर भी निशाना साधा. सीएम योगी ने कहा कि 22 महीने इटली वाले भाई बहन, सैफई वाले बबुआ (अखिलेश यादव) और बहन जी (मायावती) कोई दिखाई नहीं दिया.

मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि आज जब लूट करने वालों पर बुलडोजर चलता है तो सबसे ज्यादा परेशानी सैफई में बैठे लोगों)को होती है, इटली वाले भाई-बहन को होती है, अब तो बहन जी भी बोलती हैं कि माफियाओं पर बुलडोजर क्यों चल रहा है.

सहारनपुर के देवबंद में एटीएस कमांडो सेंटर का शिलान्यास करने के बाद आयोजित जनसभा में योगी ने सपा प्रमुख पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग रामभक्तों पर गोली चलवाते थे उनसे क्या यह उम्मीद की जा सकती है कि वे अयोध्या में श्री राम मंदिर का निर्माण कराते. बेटियों से जब छेड़छाड़ होती थी तो वे कहते थे गलती हो जाती है, लेकिन अब फर्क आया है, ऐसे मामलों में अब कार्रवाई होती है.


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