CM योगी ने अखिलेश के मुफ्त बिजली के वादे पर कसा तंज : बाप मार डारिस अंधियारे में, बेटवा बना बा पावर हाउस
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के पहले चुनावी वादों का दौर भी शुरू हो चुका है। सभी राजनीतिक दल वोटरों को लुभाने के लिए वादे कर रहे हैं। इसी क्रम में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रदेशवासियों के लिए बड़ा वादा किया है। उन्होंने विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के बाद सत्ता में आने पर 300 यूनिट तक बिजली फ्री देने का वादा किया है। उनके इस वादे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तंज कसा है। मुफ्त बिजली देने के वादे को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ के आफिस की ओर से अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए ट्वीट किया गया है। ट्वीट कर कहा गया है कि 'बाप मार डारिस अंधियारे में, बेटवा बना बा पावर हाउस…#वायदे_आजम'।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने 'अपना नाम लिखवाएं 300 यूनिट फ्री बिजली पाएं' अभियान बुधवार से शुरू करने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि अभियान के तहत सपा कार्यकर्ता घर-घर जाएंगे। आनलाइन पंजीकरण भी होंगे। 300 यूनिट मुफ्त बिजली चाहने वालों से फार्म भरवाया जाएगा। पंजीकरण उसी नाम से होगा जिससे बिजली कनेक्शन होगा। घरेलू बिजली कनेक्शन चाहने वाले राशन कार्ड या आधार कार्ड में दर्ज नाम से पंजीकरण करवा सकेंगे।
बाप मार डारिस अंधियारे में,
— Yogi Adityanath Office (@myogioffice) January 18, 2022
बेटवा बना बा पॉवर हाउस...#वायदे_आजम
अखिलेश ने कहा कि इस बार जनता का ऐसा करंट लगेगा कि भाजपाइयों की जमानत जब्त हो जाएगी। सपा द्वारा भरवाए जाने वाले मुफ्त बिजली के फार्म में नाम, विधान सभा, शिक्षा, मोबाइल नंबर, परिवार के सदस्य व वर्तमान बिजली के बिल की जानकारी देनी होगी। सूत्रों के अनुसार सपा इसके जरिए एक बड़ा डेटाबैंक जुटाकर उसका इस्तेमाल चुनाव में डिजिटल प्रचार प्रसार में भी कर सकती है।
आजम के बेटे पर भाजपा-कांग्रेस ने दर्ज कराए थे झूठे मुकदमे : पत्रकार वार्ता के दौरान पार्टी के वरिष्ठ नेता मो. आजम खां के पुत्र अब्दुल्लाह आजम को अपने बगल में बैठाकर अखिलेश ने कहा कि इन पर भाजपा व कांग्रेस ने झूठे मुकदमे दर्ज करवाए थे। सपा की मान्यता रद्द करने संबंधी याचिका पर अखिलेश ने आरोप लगा कि इसके पीछे भाजपा है। सबसे ज्यादा आपराधिक मुकदमें भाजपा नेताओं पर ही दर्ज हैं। मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के ऊपर गंभीर धाराएं हैं। भाजपा ने उन्हें टिकट क्यों दिया और मुख्यमंत्री क्यों बनाया? अगर गंभीर मुकदमों की बात हो तो भाजपा कभी चुनाव नहीं लड़ पाएगी।