CM योगी चार जनवरी को बांटेंगे टैबलेट, कुछ विद्यार्थियों को सत्यापन में असमंजस
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. चार जनवरी को कासिमपुर पावर हाउस में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे छात्र-छात्राओं को टैबलेट व स्मार्टफोन वितरण करेंगे। मगर अभी भी कुछ विद्यार्थियों को अपने नाम व दस्तावेजों के सत्यापन पर असमंजस है। जिले में करीब 4000 छात्र-छात्राओं को टैबलेट व स्मार्टफोन वितरण किया जाएगा। मगर अभी करीब ढाई हजार से तीन हजार विद्यार्थियों के ही सत्यापन किए जा सके हैं। उच्च शिक्षा के विद्यार्थियों को तकनीकी शिक्षा में दक्ष करने के लिए शासन की ओर से छात्र छात्राओं को टैबलेट और स्मार्टफोन वितरण करने की योजना बनाई गई है। इसके लिए डिग्री कालेजों, आइटीआइ व अन्य उच्च शिक्षा की पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों के नाम शासन के पास भेजे गए हैं।
पात्रता के दस्तावेजों का हो रहा सत्यापन
इनकी पात्रता को परखने के लिए दस्तावेजों का सत्यापन किया गया है। जिसमें लगभग सभी का सत्यापन हो गया है। मगर कुछ विद्यार्थी ऐसे भी हैं जिनको अपने दस्तावेज के सत्यापन में असमंजस है। जिसको खुद विद्यार्थी ही दूर करेंगे। शासन की ओर से युवाओं को टैबलेट व स्मार्टफोन वितरण कार्यक्रम किया जा रहा है। इसके लिए उच्च शिक्षा के विद्यार्थियों का डेटा शासन के पास विद्यालयों की ओर से भेजा गया है। डीएस डिग्री कालेज के विभिन्न कक्षाओं के छात्र-छात्राओं के नाम, नामांकन संख्या, वेब रजिस्ट्रेशन नंबर व आधार नंबर आदि डा.
कुछ विद्यार्थियों को हुई परेशानी
भीमराव आंबेडकर विश्विद्यालय आगरा की ओर से शासन के डिजीशक्ति पोर्टल पर शामिल नहीं किए जा सके थे। इससे उनको टैबलेट या स्मार्टफोन मिलने पर संकट छा गया था। ऐसे विद्यार्थियों की सूची कालेज की वेबसाइट पर जारी की गई। ऐसे विद्यार्थी 17 दिसंबर की शाम चार बजे तक छूटी हुई प्रविष्टियां पोर्टल पर अपलोड कर सकते थे। सभी ने अपनी प्रविष्टियां अपलोड भी कराईं। मगर कुछ विद्यार्थियों का अभी भी कहना है कि साइट पर उनका नाम प्रदर्शित नहीं हो रहा। विश्वविद्यालय की ओर से प्रमोट करते समय जिनको नामांकन आवंटित नहीं किए गए थे उनके परीक्षाफल को दोबारा अपडेट किया गया है। जिसमें नामांकन आवंटित किया गया है। अगर नामांकन अावंटित नहीं हुआ है तो नामांकन के स्थान पर प्रथम वर्ष के वेबरजिस्ट्रेशन नंबर को अंकित करने का भी प्रविधान है।
किया जा चुका है सत्यापन
आनलाइन फीड डेटा के सत्यापन की प्रशासनिक व शिक्षाधिकारियों ने विस्तृत समीक्षा भी की है। डीआइओएस डा. धर्मेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि फीडिंग एवं सत्यापन कार्य को पूरा किया गया है। किसी तकनीकी कारण से कुछ विद्यार्थियों को नाम प्रदर्शित नहीं हो रहा होगा। इसका मतलब ये नहीं कि उनका नाम शामिल नहीं है। फिर भी कोई शंका या समस्या है तो संबंधित विद्यालय के जरिए digishaktiup.in पर अपने लागिन आईडी व पासवर्ड द्वारा पंजीकरण व सत्यापन की स्थिति जान सकते हैं।