रावण दो सीट पर मान गए थे, फोन आया और पीछे हट गए: अखिलेश यादव
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर आजाद समाज पार्टी के चीफ चंद्रशेखर आजाद रावण की समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव से गठबंधन की बात नहीं बनी. अखिलेश यादव ने शनिवार को कहा कि चंद्रशेखर पहले दो सीटों पर गठबंधन के लिए मान गए थे. बाद में फोन आया और वे पीछे हट गए. दूसरी ओर, चंद्रशेखर आजाद ने अखिलेश यादव को दलित विरोधी बताया और कहा कि वे सामाजिक न्याय नहीं समझते.
अखिलेश यादव ने शनिवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि कहा कि जैसे ही चंद्रशेखर आजाद रावण से गठबंधन का न्योता आया, उन्होंने आरएलडी से बात कर आजाद समाज पार्टी के लिए दो सीटें छोड़ दीं. उन्हें रामपुर मनिहारिन और गाजियाबाद की एक सीट देने की बात तय हो गई.
अखिलेश ने कहा कि उसके बाद चंद्रशेखर की किसी से फोन पर बात हुई. फिर वो आए और कहा कि उनका संगठन इसके खिलाफ है और वे चुनाव नहीं लड़ेंगे. अखिलेश ने कहा कि वो फोन किसका था, किसकी साजिश थी, नहीं पता. आज के बाद समाजवादी पार्टी में एक नेता को छोड़कर किसी को नहीं लिया जाएगा.
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दूसरी ओर, चंद्रशेखर का कहना है कि अखिलेश यादव को दलित समाज की चिंता नहीं है. वह पिछले 6 महीने से अखिलेश से मिल रहे थे. मगर वे सामाजिक न्याय को नहीं समझ पाए. वे वंचित वर्ग के मामले में चुप रहे. चंद्रशेखर ने कहा कि तबीयत खराब होने के बावजूद वह दो दिनों से लखनऊ में हैं और गठबंधन को लेकर अखिलेश यादव के जवाब का इंतजार कर रहे हैं, मगर उन्हें कोई जवाब नहीं मिला.