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2022 का प्रयास बंद कर 2027 की तैयारी करें अखिलेश यादव : केशव प्रसाद

गाजीपुर न्यूज़ टीम, बलिया. उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि बलिया वीरों की धरती है। 2022 में कमल खिलाना है। उन्होंने सोमवार को बलिया के सिकंदरपुर विधानसभा क्षेत्र में आयोजित पिछड़ा वर्ग सम्मेलन में कहा कि सभी विरोधी मिल जाएं तब भी 60 फीसद वोट हमारा है। 75 जिलों में महानगर की तरह बिजली मिलती है। 

उन्होंने सपा मुखिया अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि 2012 में बलिया को शोषण मिला था। भाजपा सरकार में सबसे अधिक काम हुआ है। सपा 2022 का प्रयास बंद करे और 2027 की तैयारी शुरू करे। कमल खिलाने को लोग बेताब हैं। 25 साल तक सपा, कांग्रेस व बसपा मिल जाएं तब भी सत्ता में आना संभव नहीं है। गुंडों व माफियाओं से भाजपा ही लड़ सकती है। उन्हें डर हो गया है कि भाजपा फिर आ रही है। आप इसी तरह एकता बनाए रखें। 

इस दौरान डिप्टी सीएम ने 125 करोड़ रुपये से अधिक की लागत की परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया। चेतन किशोर मैदान में आयोजित सम्मेलन में भारी भीड़ जुटी। इस मौके पर मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला, सांसद रवींद्र कुशवाहा, विधायक संजय यादव, धनंजय कन्नौजिया, पूर्व मंत्री राजधारी सिंह, पूर्व विधायक भगवान पाठक, डा. विजय रंजन, रवि राय, केतकी सिंह, अक्षयलाल यादव, देवेंद्र यादव, अरविद राय, रवींद्र वर्मा, केशव चौधरी, गुड्डू सिंह आदि मौजूद रहे। अध्यक्षता भाजपा जिला अध्यक्ष जयप्रकाश साहू और संचालन प्रयाग चौहान ने किया।

इन परियोजनाओं का हुआ लोकार्पण व शिलान्यास

डिप्टी सीएम ने सिकंदरपुर विधानसभा क्षेत्र में 53 करोड़ 11 लाख की लागत के विकास कार्यों का लोकार्पण व 72 करोड़ की लागत से होने वाले विकास कार्यों का शिलान्यास किया। 42 सड़क व छह पुलों का निर्माण मार्च 2022 तक पूरा किया जाना है। 94 किलोमीटर निर्मित होने वाली सड़कों की लागत 64.41 करोड़ है। छह पुलों का निर्माण 7.69 करोड़ की लागत से किया जाएगा। पहले से निर्मित 53.63 करोड़ की लागत की 91 किलोमीटर की 48 सड़कों का लोकार्पण भी किया गया।

निर्मित होने वाली मुख्य सड़कें

- खड़सरा-जिगिड़सर मार्ग से राजीव पाठक के टोला, तीन किलोमीटर, लागत 216.12 लाख।

- हरदिया जमीन-डीह बाबा स्थान से भरथाव होते हुए तेनुआ, 3.6 किलोमीटर, लागत 247.35 लाख।

- जूनियर हाई स्कूल डूहा-बिहरा मार्ग से मालदा बिहरा, तीन किलोमीटर, लागत 231.25 लाख।

- हड़सर तिवारीपुर नहर से झोरीडीह होते हुए मुईया तिवारीपुर, चार किलोमीटर, 295. 48 लाख।

- खडसरा-जिगिड़सर मार्ग से अकटही नटवा तक, तीन किलोमीटर, लागत 224.68 लाख।

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