अखिलेश यादव के संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ में विधानसभा टिकट की घोषणा के बाद सपा में बगावत के सुर
गाजीपुर न्यूज़ टीम, आजमगढ़. कांग्रेस के बाद सपा में भी टिकट बंटवारे को लेकर कार्यकर्ताओं का असंतोष उभरने लगा है। फूलपुर में पूर्व एमपी रमाकांत यादव को टिकट देने से नाराज विधानसभा इकाई के पदाधिकारियों ने जिलाध्यक्ष हवलदार यादव को इस्तीफा सौंप दिया है, तो वहीं गोपालपुर में टिकट न मिलने से नाराज पूर्व मंत्री वसीम अहमद की पत्नी शमा वसीम ने भी चुनाव लडऩे का एलान कर दिया है। हालांकि, वह किस पार्टी से चुनाव लड़ेंगी, यह तय नहीं है।
फूलपुर-पवई सीट पर पूर्व विधायक श्यामबहादुर यादव के स्थान पर पूर्व सांसद रमाकांत यादव को टिकट देने से नाराज विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं ने जिला कार्यालय पहुंचकर इस्तीफा सौंपने के बाद कहा कि अगर टिकट नहीं बदला गया तो सभी कार्यकर्ता लखनऊ जाकर राष्ट्रीय अध्यक्ष को इस्तीफा सौंपेंगे। कार्यकर्ताओं ने कार्यालय के बाहर श्यामबहादुर के पक्ष में नारेबाजी कर प्रदर्शन भी किया। विरोध करने वालों में विधानसभा इकाई के अध्यक्ष वसीमुद्दीन शेख, महामंत्री ओंकार नाथ यादव शामिल रहे।
वहीं दूसरी ओर तृणमूल कांग्रेस की ओर से सपा संग गठबंधन की चर्चा रही है लेकिन अपना दल और समाजवादी पार्टी की ओर से मड़िहान से प्रत्याशी घोषित कर दिया गया है। इस प्रकार आखिरी समय में गठबंधन को लेकर स्थिति स्पष्ट न होने पर भी कई सीटों पर पेच फंसने की उम्मीदें बढ़ती जा रही हैं।
गोपालपुर से शमा वसीम ने किया सपा प्रत्याशी के खिलाफ लड़ने का एलान : सपा से तीन बार विधायक और एक बार मंत्री रहे वसीम अहमद की पत्नी शमा वसीम ने शनिवार को हीरापट्टी स्थित आवास पर समर्थकों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुझे पूरी तरह आश्वस्त किया था कि वह 2022 में गोपालपुर से चुनाव लड़कर वसीम अहमद के सपनों को साकार करें, लेकिन सूची में विधायक नफीस अहमद का नाम जारी किया गया। उन्होंने क्षेत्र की जनता का व्यापक समर्थन मिलने का दावा करते हुए सपा प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लडऩे की बात कही।