खास उपलब्धि: बनारस रेल इंजन कारखाना ने बनाया 1000वां विद्युत रेल इंजन, देश को किया समर्पित
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. बनारस रेल इंजन कारखाना (बरेका) की महाप्रबंधक की मौजूदगी में अधिकारियों और कर्मचारियों ने शनिवार को न्यू लोको टेस्ट शॉप में आयोजित एक समारोह में 1000वां विद्युत रेल इंजन राष्ट्र को समर्पित किया। महाप्रबंधक अंजली गोयल ने बरेका के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन की सराहना की।
उन्होंने कहा कि अधिकारियों और कर्मचारियों की कड़ी मेहनत और लगन से वित्तीय वर्ष 2021-22 में 281 विद्युत रेल इंजनों का निर्माण हुआ। यह उत्पादन अन्य वित्तीय वर्ष के मामलों में सबसे अधिक है। छह हजार अश्व शक्ति वाला डब्ल्यूएजी9एचसी विद्युत लोको संख्या 41379 उत्तर रेलवे के खानआलमपुरा मार्शलिंग यार्ड को भेजा जा रहा है।
इस दौरान मंजु यादव, गितांजली मिश्रा, अनिता देवी, बसंती देवी, प्रियंका स्वरूप, प्रिती वाही, अमरनाथ यादव, सुरेश शर्मा, विजय, राजेश कुमार राय, अमिताभ, योगेश कुमार श्रीवास्तव, प्रदीप कुमार सिंह आदि मौजूद रहे।
बरेका ने तोड़ा खुद का रिकॉर्ड
बरेका में विद्युत रेल इंजनों के निर्माण का सिलसिला वर्ष 2016-17 से दो इंजनों के निर्माण से शुरू हुआ। जो वर्ष 2017-18 में 25, वर्ष 2018-19 में 145, वर्ष 2019-20 में 272, वर्ष 2020-21 में 275 और वर्ष 2021-22 में 22 जनवरी तक 281 विद्युत रेल इंजन निर्माण किया गया। जिसमें 2021-22 में हुए निर्माण ने अपने पिछले सभी रिकार्ड ध्वस्त कर दिए।
महाप्रबंधक ने विकास कार्यों को समय से पूरा करने के दिए निर्देश
पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक अनुपम शर्मा एक दिवसीय दौरे पर शनिवार को लहरतारा स्थित मंडल रेल कार्यालय के प्रेमचंद सभागार कक्ष में पहुंचे। शाखा और निर्माण संगठन के अधिकारियों संग मंडल में चल रहे विभिन्न विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा की।
बैठक में दोहरीकरण समेत विभिन्न विकास योजनाओं के लिए आवंटित बजट, समयसीमा व कार्य के दौरान आने वाली भौतिक और व्यवहारिक कठिनाइयों पर विस्तार से चर्चा की। विकास कार्यों को समय से पूर्ण करने का निर्देश दिया। बैठक में मुख्य निर्माण प्रशासनिक अधिकारी राजीव कुमार, प्रमुख मुख्य इंजीनियर एसके पांडेय, निर्माण मुख्य इंजीनियर पन्ना लाल, मंडल रेल प्रबंधक रामाश्रय पांडेय मौजूद रहे।
इधर, बनारस से छपरा रेल खंड का विंडो ट्रेलिंग निरीक्षण भी किया। उन्होंने रैंप बनाने, फुट ओवरब्रिज, हाई लेवल प्लेटफॉर्म, लिफ्ट और स्वचालित सीढ़ियाें का कार्य तय समय पर गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूरा करने का निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने सामान्य यात्री हॉल, स्टेशन परिसर, कंप्यूटरकृत यात्री आरक्षण, सार्वजनिक शौचालय एवं पेयजल की उपलब्धता और साफ-सफाई व रख-रखाव के संबंध में भी अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया।