सनबीम स्कूल में रेपः लोगों के आक्रोश पर कार्रवाई तेज, मैनेजर गिरफ्तार, चेयरमैन से रातभर पूछताछ
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. वाराणसी में लहरतारा स्थित सनबीम स्कूल में कक्षा तीन की छात्रा के साथ रेप के मामले में लोगों का दबाव रंग ला रहा है। शहर भर में बढ़ते आक्रोश को देख कार्रवाई भी तेज हो गई है। पुलिस ने रेप के मुख्य आरोपी सफाईकर्मी अजय कुमार उर्फ सिंकू की गिरफ्तारी के बाद इस्टेट मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया है। एसआईटी की तीन दिन की छानबीन में मिली रिपोर्ट के आधार पर लहरतारा सनबीम स्कूल के इस्टेट मैनेजर दिलीप सिंह को भी पाक्सो एक्ट में आरोपित पाया गया। दिलीप सिंह पर दुष्प्रेरण का आरोप है। इसके पहले एसआईटी ने स्कूल समूह के चेयरमैन, इस्टेट मैनेजर समेत 10 कर्मचारियों से रात भर पूछताछ की और करती रही।
गिरफ्तार किये गये इस्टेट मैनेजर दिलीप सिंह ने ही उक्त आरोपित सफाईकर्मी अजय कुमार की भर्ती की थी। उसकी भर्ती बिना सत्यापन किये ही कर दी गई थी। यहां काम करने के महज 15 दिन बाद ही सफाईकर्मी ने कक्षा तीन की छात्रा के साथ दरिंदगी की। सफाईकर्मी को उसी दिन पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इसके तीसरे दिन रविवार को पुलिस आयुक्त ने जांच के लिए एसआईटी गठित की थी।
एसआईटी की तीन दिन की छानबीन के बाद मंगलवार रात सनबीम स्कूल समूह के चेयरमैन समेत 10 कर्मचारियों को पुलिस लाइन स्थित डीसीपी कार्यालय में बैठाकर सुबह तक पूछताछ की जाती रही। दोपहर बाद इस्टेट मैनेजर दिलीप सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया। एसआईटी प्रभारी एवं डीसीपी वरुणा जोन विक्रांत वीर ने बताया कि कोर्ट में पेश कर जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है।
पिछले शुक्रवार को स्कूल के वॉशरूम में वारदात को अंजाम दिया गया था। तीसरी की छात्रा के साथ सफाईकर्मी ने वॉशरूम में रेप किया। इतनी बड़ी घटना के बाद भी स्कूल वालों को भनक तक नहीं लगी। छात्रा घर पहुंची तो मामले की जानकारी परिवार वालों को हुई। परिजन तत्काल स्कूल पहुंचे लेकिन मामले को दबाने की कोशिश होती रही। परिजनों ने पुलिस को जानकारी दी तो कार्रवाई शुरू हुई। स्कूल की लापरवाही पर शहर भर में आक्रोश फूट पड़ा।
स्कूल समेत कई स्थानों पर धरना प्रदर्शन शुरू हो गया। कचहरी में भी अधिवक्ताओं ने प्रदर्शन किया। पेशी के दौरान आरोपी सफाईकर्मी की अधिवक्ताओं ने पिटाई भी की। लोगों का गुस्सा स्कूल प्रबंधन की भूमिका को लेकर भी सामने आया। इसी के बाद पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू किया है।