स्मार्ट सिटी वाराणसी: 23 दिसंबर के बाद में अपराध और अपराधियों पर कैमरे की नजर
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के नव्य एवं दिव्य स्वरूप के लोकार्पण के बाद काशी को सुरक्षा के दृष्टिगत हाइटेक किया जा रहा है। स्मार्ट सिटी योजना के तहत काम पूरा भी हो चला है। 23 दिसंबर को जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दोबारा काशी आएंगे तो स्मार्ट सिटी के इस हाइटेक सिस्टम का लोकार्पण करेंगे। शहर अब पहले से ज्यादा सुरक्षित हो जाएगा।
यह प्रोजेक्ट 128 करोड़ रुपये का है। 720 स्थानों पर 2200 से अधिक कैमरे लगाए गए हैं। कई चरणों में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए। पहले फेज में गंगा किनारे बने 80 घाटों और वरुणा रीवर फ्रंट पर सीसीटीवी कैमरे लगे। दूसरे चरण में वारदात के लिहाज से चिन्हित ठिकानों पर लगे। निजी कैमरे को भी सिस्टम से जोड़ा जाएगा। इसके लिए हाई स्पीड इंटरनेट सेवा के लिए पूरे शहर में आप्टिकल फाइबर बिछाने का कार्य किया गया है। ऐसे में अगर अपराध होगा तो अपराधी नहीं बचेंगे। उनकी हर करतूत तीसरी आंख यानी सीसीटीवी में कैद होगी।
जिसे सिटी कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में लगी हाइटेक मशीन पहचान जाएगी। कैमरों की क्वालिटी इतनी शार्प है कि रात को अंधेरे में भी स्पष्ट तस्वीरें कैद हो सकेंगी। अपराधियों की लोकेशन के लिए फेस डिटेक्टर कैमरा सिस्टम काम करेगा। जिसके माध्यम से सिटी कमांड एंड कंट्रोल रूम में आसानी से उनकी पहचान हो सकेगी। स्मार्ट पुलिसिंग के लिए देश भर के अपराधियों का हुलिया और प्रोफाइल सिस्टम में फीड किया जा रहा है। अपराधी के सीसीटीवी कैमरे की जद में आते ही सिग्नल बीप से पुलिस अलर्ट हो जाएगी। सभी पुलिस अधिकारियों के स्मार्ट फोन में थर्ड आई साफ्टवेयर लगे होंगे। स्मार्ट सिटी कमांड कंट्रोल रूम और स्टेट कंट्रोल रूम से यह जुड़ जाएंगे।
छह वार्ड में स्मार्ट हुईं सुविधाएं
स्मार्ट सिटी योजना के तहत शहर के छह वार्ड दशाश्वमेध, जंगमबाड़ी, राजमंदिर, कामेश्वर महादेव, गढ़वासी टोला व काल भैरव भी स्मार्ट हो गए हैं। मूलभूत सुविधाएं नए सिरे से विकसित की गई है। गलियों की दीवारों पर चित्रकारी की गई है। रंगीन इंटरलाइकिंग लगाए गए हैं।
बेनियाबाग पार्क एवं पार्किंग
स्मार्ट सिटी कंपनी की ओर से बेनियाबाग क्षेत्र में अंडरग्राउंड पार्किंग का निर्माण पूरा हो गया है। पार्किंग की कुल क्षेत्रफल 16 हजार पांच सौ वर्ग मीटर क्षेत्र में है जिसकी क्षमता 470 चार पहिया व 130 दो पहिया वाहनों को खड़ा करने की है। इसके ऊपरी हिस्से में पार्क भी बना है जिसमें फुटबाल ग्राउंड, एम्यूजमेंट एरिया, ओपेन जिम, योग गार्डन आदि सुविधाएं हैं।
नदेसर तालाब का बदला स्वरूप
कभी नदेसर तालाब का अतिक्रमण व कब्जे का शिकार था। अस्तित्व मिटने की कगार पर पहुंच गया था। स्मार्ट सिटी योजना से तीन करोड़ की अधिक धनराशि ये विकास योजना तैयार की गई। तालाब अब सुंदर हो गया है। घाट बने हैं। ओपेन जिम, बच्चों को खेलने के लिए झूले, स्वच्छ पानी सब कुछ है। जहां दो पल गुजारना मुश्किल था वहां घंटों बैठने का अब मन करता है।