काशी की समृद्ध विरासत से परिचित कराएगी वंदे भारत एक्सप्रेस, दिखेंगी सबसे प्राचीन जीवंत शहर की विशेषताएं
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. वंदे भारत एक्सप्रेस में सफर के दौरान यात्रियों को काशी (वाराणसी) की समृद्ध विरासत की जानकारी मिलेगी। ट्रेन के एग्जीक्यूटिव क्लास कोच में श्रीकाशी विश्वनाथ धाम और भगवान शिव की कलाकृतियां लगाई गई हैं।
श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के नव्य-भव्य स्वरूप के पहले चरण के उदघाटन के मौके पर भारत की पहली सेमी हाई-स्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस अब यात्रियों को एक आध्यत्मिक यात्रा के जरिए काशी की समृद्ध विरासत से परिचित कराएगी। वंदे भारत एक्सप्रेस के एग्जीक्यूटिव श्रेणी के डिब्बों की भीतरी दीवारों पर आदिनाथ भगवान शिव और आदिशक्ति की पेंटिंग लगाई गई है। इन पेंटिगों की एक विशेषता यह भी है कि इन्हें जम्मू के फुट एंड माउथ कलाकारों ने तैयार किया है।
इस ट्रेन का उद्घाटन 15 फरवरी, 2019 को प्रधानमंत्री द्वारा झंडी दिखाकर किया गया था। यह रेलगाड़ी देश की राजधानी को विश्व के सबसे प्राचीन जीवंत शहर एवं देश की सांस्कृतिक राजधानी वाराणसी से जोड़ती है। यह रेलगाड़ी डिस्ट्रिब्यूटेड अंडरस्लेंग माउंटिड कर्षण प्रणाली, एडवांस्ड रि-जेनरेटिव ब्रेकिंग प्रणाली, एग्जीक्यूटिव श्रेणी में 180 डिग्री के रोटेटिंग मैकेनिज्म के साथ माड्यूलर सीट, डिफ्यूज्ड एलइडी लाइटिंग, स्वचालित प्रवेश/निकास द्वार, एक कोच से दूसरे कोच में जाने के लिए पूर्णत: सील्ड, चौड़े, सुरक्षित और धूल-मुक्त रास्ते, माड्यूलर बायो-वैक्यूम शौचालय, मिनी पेंट्री, इमरजेंसी टाक बैक यूनिटों और प्रत्येक कोच में सेंसर आधारित इंटरकनेक्टिंग दरवाजों से लैस है। रेलगाड़ी के शीघ्रता से गति पकड़ने और गति कम करने की खूबियों ने दोनों मार्गों पर यात्रा के समय को काफी कम कर दिया है।