यूपी TET 2021 में दोबारा शामिल होने वाले अभ्यर्थियों को मिलेगी बड़ी राहत, यह सुविधा देगी सरकार
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. सरकार ने उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता की पुर्नपरीक्षा (यूपीटीईटी) 2021 की नई समय सारिणी जारी कर दी है। 28 नवंबर, 2021 की परीक्षा पेपर लीक होने से सरकार ने रद कर दी थी। अब नए सिरे से केंद्र निर्धारण और प्रवेशपत्र का वितरण होगा। इसके साथ अभ्यर्थियों को कई और भी सुविधाएं देने का निर्णय लिया है, जिससे कि उन्हें राहत मिल सके। सरकार ने परीक्षा संस्था को तैयारियां पूरी करने का निर्देश दिया है।
उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता की पुर्नपरीक्षा अब 23 जनवरी को होगी और परीक्षा का परिणाम 25 फरवरी को घोषित किया जाएगा। प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर केंद्र बनाए जा रहे हैं, इम्तिहान में 21 लाख 65 हजार से अधिक परीक्षार्थी दोनों पालियों में शामिल होंगे। सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी को निर्देश दिया गया है कि वे परीक्षा केंद्रों का निर्धारण तेजी से कराएं, परीक्षार्थियों की संख्या को देखते हुए लगभग ढाई हजार केंद्र बनने की उम्मीद है। 27 दिसंबर तक केंद्रों की सूची एनआइसी को भेजी जाएगी। 12 जनवरी को प्रवेशपत्र वेबसाइट पर अपलोड किए जाएंगे। 20 जनवरी तक प्रश्नपत्र व ओएमआर शीट जिला मुख्यालयों पर पहुंचाकर कोषागार में रखवाई जाएगी।
उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा रद होने के बाद सरकार यूपीटीईटी रद होने के बाद सभी परीक्षार्थियों को अपने गंतव्य तक जाने और पुनर्परीक्षा में शामिल होने के लिए मुफ्त यात्रा कराने का ऐलान कर चुकी है। इस सुविधा को पाने के लिए परीक्षार्थियों को अपना प्रवेशपत्र दिखाना होगा। प्रवेश पत्र दिखाने पर उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की बस में आसानी से यात्रा कर सकेंगे।
उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा के बाद 27 जनवरी को वेबसाइट पर प्रश्नपत्र की उत्तरमाला जारी होगी। एक फरवरी तक उस पर आपत्तियां ली जाएंगी। 21 फरवरी तक विषय विशेषज्ञों की समिति आपत्तियों का परीक्षण करके निस्तारण करेगी और संशोधित उत्तरमाला 23 फरवरी को वेबसाइट पर अपलोड की जाएगी। परीक्षा का परिणाम 25 फरवरी को जारी होगा।
उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा 28 नवंबर को प्रस्तावित थी लेकिन, पहली पाली का इम्तिहान शुरू होने से पहले ही पेपर लीक हो गया। इसके बाद सरकार ने पूरी परीक्षा रद कर दी थी। साथ ही सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी संजय उपाध्याय को निलंबित कर दिया था। इसके अलावा प्रिंटिंग प्रेस संचालक व साल्वर गिरोह के सरगना और अन्य सदस्यों की बड़े पैमाने पर गिरफ्तारी हो चुकी है।