UP बोर्ड 2022 दागी विद्यालय होंगे केंद्रों की सूची से बाहर, प्रायोगिक परीक्षाएं फरवरी में प्रस्तावित
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. यूपी बोर्ड के हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की प्रायोगिक परीक्षाएं फरवरी 2022 में प्रस्तावित है। वहीं लिखित परीक्षाएं मार्च में होने की संभावना है। परीक्षाओं की तैयारी को लेकर बोर्ड अभी से जुटा हुआ है। इस क्रम में परीक्षा केंद्रों के निर्धारण की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। दागी विद्यालयों को परीक्षा केंद्र की सूची से बाहर किया जाएगा।
परीक्षा केंद्रोंं के भौतिक सत्यापन के लिए डीएम कौशल राज शर्मा की अध्यक्षता में चार सदस्यीय समिति भी गठित कर दी है। मुख्य समिति के अलावा तहसील स्तर पर तीन चार सदस्यीय उप समिति भी गठित की जा चुकी है। डीआइओएस डा. विनोद कुमार राय ने उप समितियों में 31 दिसंबर तक सभी विद्यालयों का भौतिक सत्यापन मांगी है। इस क्रम में समितियों ने भौतिक सत्यापन भी शुरू कर दिया है।
पहले आकलन, फिर आवंटन : परीक्षा केंद्रों को इस बार मनमाने तरीके से परीक्षार्थी आवंटित नहीं किए जाएंगे। समिति को विद्यालयों में परीक्षार्थियोें की क्षमता का आकलन ठीक से करने का निर्देश दिया गया है। कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस बार किसी भी विद्यालय को 500 से अधिक परीक्षार्थी आंवंटित नहीं किए जाएंगे। एक पाली में अधिकतम 250 परीक्षार्थी ही आवंटित किए जाएंगे।
जनपद में 160 केंद्र बनाने प्रस्ताव : वर्ष 2022 की हाईस्कूल व इंटर की परीक्षा के लिए जनपद में करीब 160 केंद्र बनाने का प्रस्ताव है। इसमें जिला कारागार भी शामिल है।
सीधे केंद्रों का निर्धारित ऑनलाइन : गत वर्ष की भांति इस बार भी परीक्षा केंद्रों का निर्धारण प्रयागराज मुख्यालय से सीधे आनलाइन किया जाएगा। इसके लिए करीब 400 विद्यालयों को उपलब्ध भौतिक संसाधन का विवरण बोर्ड को भेजा जा चुका है। हालांकि स्थानीय स्तर पर विद्यालयों का भौतिक सत्यापन के बाद ही परीक्षा केंद्रों को अंतिम रूप दिया जाएगा।
वायस रिकार्डरयुक्त सीसी कैमरा अनिवार्य : परीक्षा केंद्रों के मानक में गत वर्ष की भांति वायस रिकार्डरयुक्त सीसी कैमरा अनिवार्य है। वायस रिकार्डर युक्त सीसी कैमरा वाले विद्यालय की केंद्र बनाए जाएंगे। इसके अलावा समिति से बाउंड्रीवाल सहित अन्य कई मानकों का भी पड़ताल कर रिपोर्ट मांगी गई है।