सरकारी बैंकों में आज और कल हड़ताल है, बैंकिंग सेवाएं रहेंगी प्रभावित!
गाजीपुर न्यूज़ टीम, नई दिल्ली. एक ओर मोदी सरकार तमाम सरकारी बैंकों का निजीकरण करने की योजना बना रही है, वहीं दूसरी ओर सरकारी बैंकों के 9 लाख कर्मचारी सरकार के इस फैसले के खिलाफ खड़े हो गए हैं। कर्मचारियों ने निजीकरण के खिलाफ पूरे देश में 16 और 17 दिसंबर को देशव्यापी हड़ताल करने का फैसला किया है। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (UFBU) के प्रदेश संयोजक महेश मिश्रा ने विज्ञप्ति जारी कर बताया की इस हड़ताल में सार्वजनिक क्षेत्र की 4,000 से भी अधिक शाखाओं के कर्मचारी शामिल होंगे।
महेश मिश्रा बताते हैं कि सरकार संसद के इसी सत्र में एक ऐसा कानून ला रही है, जिससे भविष्य में किसी भी सरकारी बैंक के निजीकरण का रास्ता साफ हो जाएगा। निजीकरण होने से सबसे अधिक दिक्कत कर्मचारियों को ही होगी। ऐसे में ही बैंक कर्मचारी और तमाम अधिकारी सरकार के खिलाफ लामबंद हो गए हैं और 16-17 दिसंबर को देशव्यापी हड़ताल कर रहे हैं।
बैंकिंग सेवाएं रहेंगी प्रभावित!
अगर सरकारी बैंक के कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे तो निश्चित रूप से सरकारी बैंकों के सेवाएं प्रभावित रहेंगी। भारतीय स्टेट बैंक (SBI) सहित ज्यादातर बैंकों ने अपने ग्राहकों को सूचित किया है कि हड़ताल की वजह से चेक समाशोधन और कोष हस्तांतरण जैसी बैंकिंग सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं।
ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कनफेडरेशन (AIBOC) के महासचिव सौम्य दत्ता ने बताया कि बुधवार को अतिरिक्त मुख्य श्रम आयुक्त के सामने एक बैठक हुई थी। उन्होंने बताया कि वह बैठक बेनतीजा रही है और यूनियनों (Bank Union) ने हड़ताल पर जाने के फैसले को कायम रखा है। यह सब सरकार की उस घोषणा के चलत हो रहा है, जो बजट 2021-22 में की गई थी कि दो सरकारी बैंकों का निजीकरण किया जाएगा।