नए साल में रोपवे प्रोजेक्ट का उपहार मिलेगा, PM नरेन्द्र मोदी जनवरी में रखेंगे आधारशिला
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. वाराणसी शहर के लोगों को नए वर्ष में रोपवे प्रोजेक्ट का उपहार मिलेगा। वाराणसी विकास प्राधिकरण की ओर से रोपवे के लिए जारी निविदा 18 दिसंबर को खुलनी थी जो नहीं खुल सकी। इसकी वजह कंपनियों में प्रोजेक्ट निर्माण को लेकर कई तरह की आशंकाएं हैं। इसे सुलझाने के लिए आमंत्रित कंपनियों ने वीडीए से वक्त मांगा। निविदा खोलने की तिथि 24 दिसंबर कर दी गई, लेकिन इस तिथि को क्रिसमस पर्व के चलते काम न हो सका। अब निविदा खोलने की तिथि 31 दिसंबर तय की गई है।
संभावना जताई जा रही है कि नए वर्ष में ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों प्रोजेक्ट की नींव पड़ जाएगी। 12 जनवरी को पीएम का काशी प्रवास हो सकता है। कैंट से गिरजाघर चौराहे तक रोपवे पीपीपी माडल पर संचालित करने की योजना है। 3.65 किमी की इस परियोजना पर 410 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। इसमें 20 प्रतिशत केंद्रांश व 20 प्रतिशत राज्यांश है। शेष 60 प्रतिशत कंपनी के हिस्से आएगा। कार्यदायी कंपनी रोपवे का निर्माण करने के साथ ही संचालन भी करेगी। परियोजना सलाहकार के तौर पर वीडीए की ओर से नियुक्त वैपकास लिमिटेड कंपनी ने प्रस्ताव तैयार किया है।
प्री-बिड में आई कंपनियां
-ईसीएल मेनेजमेंट एसडीएनडीएचडी
-डोपल्मेयर
-एफआइएल
-पोमा
-एक्रान इंफ्रा
-एजीस इंडिया
-कनवेयर एंड रोप-वे सिस्टम
रोपवे परियोजना : एक नजर में
- प्रस्तावित रूट : गोदोलिया से कैंट रेलवे स्टेशन के मध्य
- प्रस्तावित रूट की लंबाई 3.65 किमी
- प्रस्तावित यात्रा समय (एंड-टू-एंड) 15 मिनट
- कुल केबल ट्राली कार 220, प्रत्येक कार में 10 व्यक्तियों की क्षमता
- 90 से 120 सेकेंड के अंतराल पर ट्राली कार की उपलब्धता
- एक तरफ से एक समय में 4500 व्यक्तियों को यात्रा की सुविधा
- कुल प्रस्तावित स्टेशन चार
- भू-स्तर से 11 मीटर ऊंचाई पर प्रत्येक स्टेशन
- परियोजना लागत 410.30 करोड़ रुपये
रोपवे प्रोजेक्ट का निर्माण व संचालन के लिए निविदा जारी की गई
रोपवे प्रोजेक्ट का निर्माण व संचालन के लिए निविदा जारी की गई थी जो अब 31 दिसंबर को खोला जाना है। क्रिसमस पर्व की वजह से कंपनियों की मांग पर तिथि बढ़ाने का निर्णय लिया गया है।- ईशा दुहन, उपाध्यक्ष, वीडीए