रेलवे इंजीनियर की ऐसी जालसाजी, रेल इंजन को कबाड़ में बेचने की कोशिश; FIR दर्ज
गाजीपुर न्यूज़ टीम, नई दिल्ली. बिहार के समस्तीपुर रेल मंडल अंतर्गत पूर्णिया कोर्ट स्टेशन के बाहर वर्षों से खड़े भाप इंजन को फर्जी तरीके से कबाड़ के तौर पर बेचने के मामले में एक इंजीनियर को निलंबित कर उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है। समस्तीपुर रेलमंडल के प्रबंधक (डीआरएम) आलोक अग्रवाल ने मंगलवार को बताया कि इस मामले में पूर्णिया जिला के बनमनखी के इंजीनियर राजीव रंजन झा सहित सात लोगों के खिलाफ रविवार देर शाम एक प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गयी है।
उन्होंने बताया कि समस्तीपुर डीजल शेड के इंजीनियर राजीव रंजन झा 14 दिसंबर को एक हेल्पर सुशील यादव के साथ पूर्णिया कोर्ट स्टेशन के पास वर्षों से खड़े उक्त पुराने भाप इंजन को गैस कटर से कटवाते हुए पाए गए थे। जब पूर्णिया कोर्ट स्टेशन पुलिस चौकी के प्रभारी एमएम रहमान ने झा को रोका तो उन्होंने डीजल शेड के मंडल अभियंता का पत्र दिखाते हुए कहा कि उक्त इंजन का कबाड़ वापस डीजल शेड ले जाना है।
अग्रवाल ने बताया कि इस मामले में झा ने मेमो भी जारी किया, अगले दिन सिपाही संगीता ने कबाड़ ढोने वाले वाहनों के प्रवेश की एंट्री देखी लेकिन उसपर कबाड़ नहीं लदा पाने पर जानकारी वरीय अधिकारियों को दी। इस संबंध में आरपीएफ द्वारा की गयी छानबीन के दौरान मंडल अभियंता ने बताया कि इंजन का कबाड़ लाने के लिए डीजल शेड से कोई आदेश जारी नहीं हुआ।
इस मामले को लेकर डीआरएम के निर्देश पर डीजल शेड पोस्ट पर तैनात दारोगा वीरेंद्र द्विवेदी सहित तीन रेलकर्मियों को भी लापरवाही के आरोप में तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है और एक जांच टीम का गठन कर दिया गया है।