जेल में बंद माफिया राकेश यादव का मकान और साथी की गाड़ी जब्त, 50 मुकदमे हैं दर्ज
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गोरखपुर. गोरखपुर के टॉप टेन बदमाशों में शामिल माफिया राकेश यादव और उसके साथी दिनेश यादव की सम्पत्ति रविवार को पुलिस और प्रशासन की टीम ने जब्त कर ली। राकेश के झुंगिया स्थित मकान के दो कमरों को सील किया गया है तो वहीं दिनेश का ऑटो भी टीम ने जब्त किया है। दोनों पर आरोप है कि इन्होंने अपराध के पैसे से यह सम्पत्ति बनाई है। हालांकि राकेश और उसके परिवार के नाम की कुछ गाड़ियों को भी पहले जब्ती के दायरे में रखा गया था पर अभी उस पर कार्रवाई नहीं हो पाई है। राकेश यादव देवरिया जेल में बंद है।
राकेश और उसके साथियों पर गैंगस्टर की कार्रवाई संग अपराध से कमाई गई उसकी सम्पत्ति का भी पूर्व थानेदारों ने लेखा-जोखा तैयार किया था। इसी क्रम में डीएम के आदेश पर नायब तहसीलदार वशिष्ठ वर्मा, थाना प्रभारी गुलरिहा चंद्रहास मिश्रा, पिपराइच इंस्पेक्टर मधुप कुमार मिश्रा, चिलुआताल इंस्पेक्टर विनोद कुमार अग्निहोत्री और महिला थाना प्रभारी प्रभा सिंह की संयुक्त टीम ने रविवार को झुंगिया बाजार में माफिया राकेश के मकान के दो कमरों को सील किया।
माफिया राकेश यादव पर गोरखपुर सहित अन्य जिलों में 50 मुकदमे दर्ज हैं, मगर हाल में विपिन सिंह के पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने के बाद वह एक बार फिर सुर्खियों में आया। पुलिस ने शिकंजा कसा तो वह कोर्ट में हाजिर हो गया था। गुलरिहा थाने की पुलिस ने राकेश की 74 लाख 95 हजार रुपये की अवैध संपत्ति की तलाश की थी। हालांकि मकान के अलावा गाड़ियां भी तलाशी गईं थी पर और जब्ती के लिए डीएम को रिपोर्ट भेजी गई थी।
प्रॉपर्टी डीलर छोटू पर कराया था हमला
राकेश यादव ने प्रॉपर्टी डीलर छोटू प्रजापति के ऊपर विपिन सिंह नामक शूटर से हमला कराया था। छोटू बच गया और विपिन सिंह पुलिस मुठभेड़ में मारा गया था। इस मामले में राकेश यादव पर भी साजिश का मुकदमा दर्ज हुआ था। जिले के टॉप टेन बदमाशों की सूची में भी राकेश यादव को शामिल किया गया है। सख्ती बढ़ती देख राकेश ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। वर्तमान में वह देवरिया जेल में है।
माफिया राकेश के भाई व भयहू पर दर्ज था केस
माफिया राकेश यादव के भाई चंद्रशेखर यादव और भयहू रेनू यादव फर्जी डिग्री के आधार पर शिक्षक विभाग में नौकरी कर रहे थे। गुलरिहा थाने के दरोगा अजय कुमार वर्मा ने इनके खिलाफ कूटरचित दस्तावेज बनाने के साथ ही जालसाजी की धारा में केस दर्ज कराया था। चंद्रशेखर यादव और रेनू यादव पति-पत्नी हैं। इनके अलावा नौकरी दिलवाने के आरोप में पुलिस ने श्रवण यादव को भी इस मामले में अभियुक्त बनाया था। दोनों की तैनाती महराजगंज जिले में अगल-बगल के गांव के दो स्कूलों पर थी। दरोगा अजय कुमार की तहरीर पर ही पुलिस ने श्रवण यादव, चंद्रशेखर यादव, रेनू यादव पत्नी चंद्रशेखर यादव के खिलाफ केस दर्ज किया गया था।
केवल राकेश का कमरा किया सील
गोरखपुर के टॉप टेन बदमाशों में शामिल माफिया राकेश यादव और उसके साथी दिनेश यादव की सम्पत्ति को रविवार को पुलिस और प्रशासन की टीम ने जब्त कर लिया। जिस समय टीम माफिया राकेश यादव के घर कार्रवाई को गई थी उस समय राकेश की मां कौशल्या देवी, पत्नी अनिता यादव, भाई योगेश यादव और दो बच्चे मौजूद थे। टीम ने राकेश के दोनों कमरे व रसोई प्रथम तल पर हैं, उसे ही सील किया गया है। बाकी हिस्से में परिवार के लोग मौजूद हैं। वहीं टीम ने राकेश के गैंग के सदस्य जंगल छत्रधारी टोला शाहगंज थाना पिपराइच निवासी दिनेश यादव का ऑटो भी जब्त किया है.