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मुख्तार अंसारी के गुर्गे महेंद्र के सिर और प्राइवेट पार्ट में बदमाशों ने मारी थी 4 गोलियां, 2 आर-पार

गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. लखनऊ में कृष्णानगर के विजयनगर में रविवार देर शाम हुई बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के गुर्गे व हिस्ट्रीशीटर महेंद्र प्रताप की हत्या मामले में नई जानकारी मिली है। पुलिस के अनुसार महेंद्र प्रताप जायसवाल को बदमाशों ने चार गोलियां मारी थी। इसमें से दो सिर में एक पेट और एक प्राइवेट पार्ट में।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक दो गोलियांं बदमाशों से सिर पर मारी जिसमें एक आर पार हुई। दूसरी पोस्टमार्टम में बरामद हो गई। तीसरी गोली पेट में मारी गई जो आरपार हुई। वहीं, चौथी गोली प्राइवेट पार्ट में मारी गई। जो जांघ के पास बरामद हुई। वहीं, हत्यारोपितों की तलाश में जुटी पुलिस टीम ने घटनास्थल और उससे सटे मार्ग और मुख्य मार्गों के करीब 50 से अधिक सीसी कैमरे खंगाले हैं। सीसी कैमरे में कैद बदमाशों की फुटेज के आधार पर पुलिस की टीमें उनकी तलाश कर रही हैं। पुलिस गाजीपुर में चल रही रंजिश, रुपयों के विवाद, संबंधों समेत कई अन्य बिंदुओं पर पड़ताल कर रही है। पुलिस ने महेंद्र के पार्टनर असलम से भी घंटों पूछताछ की। इसके अलावा महेंद्र के साथ ही असलम की भी काल डिटेल्स खंगाल रही है।

कई संदिग्ध हिरासत में पूछताछ जारीः डीसीपी डा. ख्याति गर्ग ने बताया कि हत्याकांड की कई बिंदुओं पर जांच की जा रही है। उसके पार्टनर से भी पूछताछ की गई है। वहीं, कई संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। जल्द ही हत्याकांड का राजफाश किया जाएगा। गाजीपुर रंजिश का कनेक्शन भी खंगाला जा रहा है। सर्विलांस समेत पांच टीमें लगाई गई हैं।

परिवारीजन बदलते रहें थाने में बयान, पुलिस किया गुमराह करने का प्रयासः हिस्ट्रीशीटर महेंद्र की हत्या की सूचना पर गाजीपुर के नक्खास गायत्रीनगर में रहने वाला उसका बेटा विक्की और भाई सुरेंद्र सोमवार सुबह कृष्णानगर कोतवाली पहुंचे। पुलिस ने दोनों से पूछताछ शुरू की पहले विक्की ने बताया कि वह सआदतगंज में रहता है और पिता महेंद्र के साथ ही रहता था। इसके बाद उसने बताया कि नहीं वह काकोरी में रहता है। 

अंत में पुलिस के सवालों के घेरे में घिर गया और बोला कि वह पिता से अलग गाजीपुर गायत्रीनगर में रहता है। वहीं उसकी मां रहती है। पूछताछ में पता चला कि महेंद्र की तीन पत्नियों के बारे में जानकारी मिली है। इसके अलावा मुख्तार कनेक्शन के बारे में भी जानकारी हुई। इसी तरह भाई से पुलिस ने अलग से पूछताछ की तो उसने भी कुछ बाते बताई हैं। पुलिस पूछताछ के आधार पर पता चले तथ्यों के बारे में भी गहनता से पड़ताल कर रही है।

पंक्चर जिप्सी से मुख्तार को लेकर फरार हो गया था महेंद्रः शहर कोतवाली के गायत्री नगर निवासी हिस्ट्रीशीटर महेंद्र जायसवाल मुख्तार अंसारी का बेहद करीबी था। पिछले वर्ष प्रदेश सरकार ने एंटी माफिया अभियान शुरू किया तो इसकी जद में महेंद्र भी आया था। उसके दो मकानों को डीएम के आदेश पर कुर्क कर दिया गया था। गाजीपुर शहर कोतवाली में महेंद्र के खिलाफ चाकूबाजी, मारपीट, धमकी आदि मामलों में कुल 16 मुकदमे दर्ज हैं। 

1985 में तत्काल एडिशनल एसपी उदय शंकर जायसवाल से शहर के लंका में हुई क्रास फायङ्क्षरग में मुख्तार की जिप्सी पंक्चर हो गई थी लेकिन महेंद्र उसी जिप्सी से मुख्तार को लेकर भाग निकला था। रविवार की देर शाम लखनऊ के कृष्णानगर कोतवाली के विजयनगर में बाइक सवार बदमाशों द्वारा महेंद्र की गोली मारकर हत्या की खबर से जिले में उसकी चर्चाएं होने लगीं। उसके स्वजन रात में ही लखनऊ के लिए रवाना हो गए।

दोस्त को चाकू मारने के बाद, हुआ मुख्तार का करीबीः महेंद्र जायसवाल पढ़ाई के समय ही दोस्त को चाकू मार दिया था। इस पर वह चर्चा में आ गया। इसी बीच किसी के माध्यम से उसकी मुलाकात मुख्तार अंसारी से हो गई। मुख्तार के लिए महेंद्र काम करने लगा। धीरे-धीरे उसका करीबी और सागिर्द हो गया।मुख्तार की गाड़ी चलाने लगा। बताया जाता है कि वर्ष 1985 में तत्कालीन एडिशनल एसपी उदय शंकर जायसवाल से मुख्तार की किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। 

उस समय मुख्तार अंसारी जरायम की दुनिया में प्रवेश कर रहा था। शहर के लंका पर एडिशनल एसपी और मुख्तार अंसारी के बीच क्रास फायरिंग हो गई। जिप्सी में मुख्तार और उसके साथ महेंद्र ही था। जिप्सी पंक्चर हो गई, लेकिन महेंद्र उसी जिप्सी से मुख्तार को लेकर फरार हो गया था। मुख्तार अंसारी महेंद्र के इस दुस्साहस को देखकर काफी प्रभावित हुआ और उसे अपने साथ रख लिया। कुछ दिनों तक वही मुख्तार की गाड़ी चलाता रहा। 

इसके बाद महेंद्र मुख्तार के नाम का सिक्का चलाते हुए उनके ठेका-पट्टा का काम देखने लगा था। इतना ही नहीं, उस समय जेल में मुख्तार अंसारी की पूरी व्यवस्था यही करता था। मुख्तार को जिला जेल से दूसरे जेल में भेजा गया तो महेंद्र ने भी जिला छोड़ दिया और लखनऊ को अपना ठिकाना बना लिया। वहीं पर ठेका-पट्टा का कार्य करने लगा। रविवार की देर शाम उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई तो यह खबर जिले में तेजी से फैल गई।

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