जन गण ही अधिनायक है खुद को सर्वोपरि न समझे रेल अफसर - रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. भारत देश में जन गण ही अधिनायक है, रेल अफसर खुद को सर्वोपरि न समझें। जनता की समस्याओं का तत्काल निस्तारण कराया जाए। यह बातें केंद्रीय रेलवे, संचार, इलेक्ट्रानिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कही। वह शुक्रवार को बरेका स्थित कीर्ति कक्ष में आहुत जनप्रतिनिधियों और रेल अधिकारियों की बैठक में बोल रहे थे। दो दिवसीय बनारस दौरे पर यहां पहुंचे रेलमंत्री ने तल्ख लहजे में रेल अधिकारियों से कहा कि हर जनप्रतिनिधि की बात प्राथमिकता से सुनी जाए। कहा कि मैं राजनैतिक पृष्ठभूमि से जुड़ा नहीं हूं। उन्होंने अधिकारियों को आम जन से सामंजस्य स्थापित करने का निर्देश दिया।
बरेका में की कर्मचारियों से बात, जानी कार्यविधि
सुबह 10 बजे नई दिल्ली से बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचे रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का भाजपा कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। तदुपरान्ंत बरेका (बनारस रेल इंजन कारखाना) पहुंचे मंत्री ने वर्कशाप का निरीक्षण किया। यहां एलएएस, एलएफएस व एलटीएस विभाग में कार्यरत कर्मचारियों से वार्ता किया। उनसे उनके प्रशिक्षण की जानकारी प्राप्त की। साथ ही उन्हें निरंतर मेहनत करते रहने के लिए प्रोत्साहित किया।
निरीक्षण के दौरान लोको शेड पहुंचे केंद्रीय मंत्री ने वेल्डिंग की गुणवत्ता को लेकर थोड़ी नाखुशी जाहिर की। इसके बाद उन्होंने जनप्रतिनिधि और रेल अधिकारियों के साथ हुई बैठक में हिस्सा लिया। बैठक में राज्यमंत्री नीलकंठ तिवारी, रवींद्र जायसवाल, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, सुरेंद्र सिंह, भाजपा महानगर अध्यक्ष विद्यासागर राय, सांसद चंदौली महेंद्र पांडेय के प्रतिनिधि उमेश दत्त पाठक व भाजपा कार्यकारिणी सदस्य अजय सिंह बाबी इत्यादि मौजूद थे।
यूपी में प्रोजेक्ट पर ज्यादा धनराशि अवमुक्त
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में चल रहे रेलवे के प्रोजेक्ट को तय समय से पूरा करने के लिए पिछले वर्षों की तुलना में अतिरिक्त धनराशि अवमुक्त की जा रही है। कई ऐसे प्रोजेक्ट हैं जो वर्ष 2023 तक मूर्तरूप ले लेंगे। यात्रियों को सुखद और सुरक्षित यात्रा की सेवा देना रेलवे की पहली प्राथमिकता है। इसके बाद केंद्रीय मंत्री रवींद्रपुरी स्थित प्रधानमंत्री के संसदीय कार्यालय पहुंचे। वहां बदलापुर (जौनपुर) विधायक रमेश चंद्र मिश्रा ने उन्हें ज्ञापन सौंपा।
विधायक कैंट सौरभ श्रीवास्तव ने उठाईं समस्याएं
बरेका के कीर्ति कक्ष में हुई बैठक में कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने अनेक जनसमस्याओं को उठाया। साथ ही रेलवे के विकास के लिए अपने सुझाव भी दिए। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की दो उत्पादन इकाइयों में बनारस रेल इंजन कारखाना प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में है। काशी की पहचान धार्मिक, सांस्कृतिक नगरी के साथ ही मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में हो, ऐसी परिकल्पना प्रधानमंत्री की है। इसके क्रम में उन्होंने अमूल के एक बड़े संयंत्र का शिलान्यास किया है।
हम चाहते हैं कि बनारस रेल इंजन कारखाना इलेक्ट्रिक इंजन बनाने में जो भी पुर्जे खरीदता है, स्थानीय आधार पर उसके विनिर्माण को प्रोत्साहित करें। जिससे यहां स्थानीय आधार पर रोजगार के अवसर पैदा हो सकें। इसके साथ ही उन्होंने मंडुआडीह पर फुटओवरब्रिज बनाने उत्तरी ककरमत्ता के निवासियों के लिए कोई वैकल्पिक मार्ग अथवा फुटओवर ब्रिज बनवाने, लोको छित्तूपुर स्थित रेलवे कालोनियों में घरों की मरम्मत, सड़क निर्माण, उद्यानों के सौंदर्यीकरण, मंडुआडीह रेलवे क्रासिंग से सनबीम लहरतारा जाने वाले मार्ग के चौड़ीकरण कराने, उसी मार्ग पर बने नाले के गलत स्तर को ठीक कराने, वंदेभारत ट्रेन में सिर्फ चेयरकार लगी है, इसके अलावा एक डिब्बा एसी सेकंड का और एसी थर्ड का भी लगाने की मांग की।