आदित्य से तलाक के बाद फूट-फूटकर रोई इमली, क्या आर्यन बनेगा सहारा?
गाजीपुर न्यूज़ टीम, नई दिल्ली. टीवी शो इमली में आदित्य और इमली के रिश्ते में दरारें पड़ गई हैं. मालिनी ने अपनी चालाकी से दोनों को अलग कर दिया है. आदित्य से तलाक मिलने के बाद इमली बहुत दुखी है. उसके आंसू रुक नहीं रहे हैं. त्रिपाठी परिवार को भी पता चल गया है कि आदित्य ने इमली को तलाक दे दिया है. वहीं, मालिनी, इमली के खिलाफ घरवालों के कान भर रही है. वह बताती है कि आर्यन और इमली के बीच कुछ चल रहा है.
आर्यन ने इमली की बचाई जान
आदित्य से तलाक मिलने के बाद इमली रोते-रोते एक ब्रिज के पास पहुंच जाती है. तभी आर्यन उसे ढूंढते हुए वहां पर आता है और देखता है कि इमली ब्रिज के किनारे पर खड़ी हैं वह दौड़ते हुए उसके पास पहुंचता है और हाथ पकड़कर खींच लेता है. आर्यन, इमली से कहता है, 'कहा था ना मैंने तुमसे गिरना बुरी बात नहीं है, लेकिन जो गिरकर उठ नहीं पाता वो गलत बात है. फिर एक दिन में दो बार सहारे की जरूरत कैसे पड़ गई तुम्हें. एक बार में बात समझ नहीं आती या फिर एक ही गलती बार-बार दोहराने की आदत पड़ गई है तुम्हारी. अरे जिंदगी में थोड़ी सी तकलीफ क्या आ गई तुम्हारी हिम्मत ने जवाब दिया. तुम डरपोक और कायर हो. तुम्हारी जिंदगी इतनी सस्ती नहीं है'.
इमली ने बयां किया अपना दर्द
इमली गुस्से में आर्यन से कहती है, 'चुप हो जाओ. बस बहुत हुआ. तुम्हें हर चीज की कीमत लगाने का बहुत शौक है न? तो मैं आज बता देती हूं मेरे जीवन की कीमत न तुम लगा सकते हो, न कोई और लगा सकता और न मैं खुद लगा सकती हूं. मेरे जीवन की कीमत लगाने का हक सिर्फ एक ही इंसान को है जिसने मुझे ये जीवन दिया है और वो है मेरी मां. एक शहरी ने उसे धोखा दिया था लेकिन वह हिम्मत नहीं हारी. वह मुझे समाज का अभिशाप नहीं बल्कि सीता मइया का आशीर्वाद समझकर जन्म दी. पढ़ाई की उम्र में गांव वालों ने मेरी जबरदस्ती शादी करा दी थी. अपने ससुराल में नौकरानी बनकर रही हूं मैं. अपने हाथों से अपने पति की शादी करवाई. ये जाने बिना कि जिससे वो शादी कर रहे हैं कि वो मेरी सौतेली बहन है. मैं चाहती हूं कि मेरी वजह से मेरी बड़ी बहन का घर बर्बाद हो, इसके लिए मैंने घर तक छोड़ दिया है लेकिन वह मेरी दुश्मन बन गई'. इमली, आर्यन को बताती है कि आदित्य ने उसे तलाक दे दिया है.
आर्यन के सामने खूब रोई इमली
इमली की पूरी बात सुनने के बाद आर्यन उससे कहता है, 'अगर सुकून ही चाहिए था तो गांव छोड़कर दिल्ली क्यों आई तुम. जिंदगी में कुछ हासिल करने के लिए आगे बढ़ने के लिए आई थी तुम. यहां तुम्हें आगे बढ़ना है या फिर रोना है. इस तरह रोने वाले कमजोर होते हैं'. इस पर इमली कहती है, 'मैं कमजोर नहीं हूं, डरपोक नहीं हूं लेकिन बिजनेसमैन भी नहीं हूं. मैं इमली हूं. इमली को आज रात कमजोर होने की इजाजत आज इमली ने खुद दी है'. इसके बाद इमली फूट-फूटकर रोने लगती है.
मालिनी ने भरे घरवालों के कान
दूसरी तरफ, आदित्य सदमे में हैं. घरवाले पूछ रहे है कि उसने इमली को डिवोर्स पेपर क्यों दिए. वह बताता है कि डिवोर्स पेपर मैंने इमली को नहीं बल्कि इमली ने मुझे दिया था. मैंने तो बस साइन किया है. उसकी मां कहती हैं कि इमली ऐसा नहीं कर सकती है. आदित्य बताता है कि इमली को बेहतर इंसान मिल गया है और उसे अब आर्यन राठौर के साथ रहना है मेरे साथ नहीं. वह बंधन में थी इसलिए मैंने ये बंधन तोड़ दिया. इस बीच मालिनी, आदित्य के घरवालों के कान भरना शुरू कर देती है. वह कहती है, 'इमली और आर्यन को आदित्य ने ही नहीं मैंने भी साथ देखा था. मुझे तो समझ नहीं आता कि अगर इमली इतनी ही मजबूर और बेचारी थी तो उसने अपने सपोर्ट सिस्टम यानी आप सबको छोड़कर चली क्यों चली गई. मुझे लगता है कि इमली और आर्यन के बीच कुछ चल रहा है'.
आर्यन की मां ने इमली से कही ये बात
इमली और आर्यन घर पहुंचते हैं. वहां पर आर्यन की मां इमली से कहती हैं, 'तुम मेरे आर्यन से शादी करेगी?' ये सुनकर इमली के होश उड़ जाते हैं. वह कहती है, 'आप कैसी बात कर रही हैं? मैं शादीशुदा हूं. ऐसा नहीं हो सकता है'. आर्यन अपनी मां से कहता है कि आपने ये कैसी बात कर दी है. इस पर उसकी मां सॉरी बोलती है.