टैंपो पलटने से महिला समेत दो की मौत, चार घायल
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर सैदपुर थाना क्षेत्र के औड़िहार गांव के रामतवक्का मौजे में फोरलेन मोड़ के पास गुरुवार की देर रात कोहरे की वजह से अधूरे डिवाइडर में चक्का फंसने से टैंपो असंतुलित होकर पलट गया। दुर्घटना में खाना बनाने वाली महिला समेत दो की मौत हो गई और चार लोग घायल हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गई और मृतकों के शव को कब्जे में लेकर कोतवाली आई। घायलों को इलाज के बाद घर भेज दिया गया।
वाराणसी के रामनगर थाना क्षेत्र के भीटी मलियाखाने गांव निवासी मालती देवी (60), मिर्जापुर जिले के अदलहाट निवासी सुनील राम (26), सुनील का भाई टैंपो चालक मुकेश (30), रामनगर निवासी पार्वती (60), कल्लन (40), मंशा (55) के अलावा अन्य कुछ लोग अपने मेठ गोपालदास के साथ दुल्लहपुर थाना क्षेत्र के तिरछी गांव में तेरही में खाना बनाने के लिए गए थे। काम खत्म होने के बाद देर रात करीब साढ़े 12 बजे वे टैंपो से घर से जाने के लिए निकले। तीन टैंपों में सभी लोग जा रहे थे। एक टैंपो मुकेश चला रहा था। स्थानीय नगर से होकर फोरलेन पर चढ़ते वक्त मुकेश कोहरे की वजह से अधूरे डिवाइडर को नहीं देख पाया और एक पहिया उसमें फंसने से टैंपो मेन रोड पर ही पलट गया। दुर्घटना में मालती देवी व सुनील कुमार की मौके पर ही मौत हो गई। मुकेश, पार्वती, कल्लन, मंशा को आंशिक चोटें आईं, सभी का सीएचसी में इलाज कराने के बाद वापस भेज दिया गया। कोतवाल तेजबहादुर सिंह ने बताया कि मालती देवी व सुनील के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। स्वजन की तहरीर पर इत्तेफाकिया सूचना दर्ज की गई है।
बच्चों व पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल :
मालती देवी कार्यक्रमों में खाना बनाती थी। उनके पति की मौत आठ वर्ष पहले ही हो चुकी है। उनकी मौत के बाद बेटे राजेश पटेल व पप्पू पटेल का रो-रोकर बुरा हाल है। सुनील अपने पीछे पत्नी सुषमा समेत दो बच्चे छोड़ गए हैं। पत्नी सुषमा व दोनों बड़े भाइयों मुकेश व अनिल का रो-रोकर बुरा हाल है। बड़े भाई अनिल ने बताया कि सुनील खाना बनाता था जिससे उसके परिवार की जीविका चलती थी।
अधूरा डिवाइडर बना हादसे की वजह फोरलेन निर्माण अब तक पूरा नहीं हो पाया है। जगह-जगह डिवाइडर बनाने का कार्य चल रहा है। अधूरे डिवाइडर दुर्घटना की वजह बन रहे हैं। रामतवक्का में फोरलेन से सैदपुर नगर में आने वाली सड़क के पास जो मोड़ बनाया गया है वह बेतरतीब है। मोड़ के बगल में बड़ी खाई है जिसकी वजह से आगे भी दुर्घटना होने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।