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उद्यमी लक्ष्मी मित्तल ने बनारस में संकट मोचन मंदिर में सपरिवार किया दर्शन, माला और प्रसाद भी चढ़ाया

गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. आर्सेलरमित्तल स्टील के मालिक लक्ष्मी निवास मित्तल ने शनिवार को संकट मोचन मंदिर में सपरिवार दर्शन- पूजन किया। इस अवसर पर उन्होंने संकट मोचन हनुमान को माला व प्रसाद भी चढ़ाया। उनके मंदिर में आने से उपस्थित श्रद्धालुओं ने हर-हर महादेव व संकट मोचन हनुमान  की जयकारे भी लगाए। 

इस दौरान उन्होंने भगवान श्रीराम सीता के मंदिर में भी दर्शन कर परिक्रमा की। वे कुछ देर तक मंदिर में रहे। महंत प्रो. विश्वम्भरनाथ मिश्र की तरफ से मंदिर व्यवस्था से जुड़े विनोद पांडेय ने प्रसाद व माला भेंट की। वे चार्टर विमान से शनिवार होने के कारण यहां संकट मोचन हनुमान जी का दर्शन करने आये थे। उनके साथ मण्डलायुक्त दीपक अग्रवाल और जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा भी थे। मंदिर में वे 20 मिनट तक थे।

स्टील किंग के नाम से मशहूर लक्ष्मी निवास दुनिया के सबसे बड़ी स्टील प्रोडक्शन कंपनी आर्सेलर मित्तल के सीईओ और चेयरमैन हैं। वे भारत के साथ दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक हैं। 2007 में लक्ष्मी निवास को यूरोप का सबसे अमीर हिन्दू और एशियन माना गया था। 2008 में फोर्ब्स ने उन्हें दुनिया का 4वां सबसे अमीर व्यक्ति माना था। हालांकि, मार्च 2015 में वे इस लिस्ट में 82वें नंबर पर आ गए। उनके पास पेशेवर इंग्लिश फुटबॉल क्लब 'क्वींस पार्क रेंजर्स' की 33 प्रतिशत हिस्सेदारी भी है। वे अमेरिका स्थित केल्लोग्स स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के सलाहकार बोर्ड और 'क्लीवलैंड क्लिनिक' के 'बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज' के सदस्य भी हैं।

लक्ष्मी निवास मित्तल के बारे में

लक्ष्मी निवास मित्तल लंदन मे बसे भारतीय मूल के उद्योगपति है.

वह यूके में रहते हैं, उन्होंने भारत की नागरिकता नहीं छोड़ी है.

उनका जन्म राजस्थान के चूरु जिले के शादूलपुर नामक स्थान मे हुआ.

वह दुनिया के सबसे धनी भारतीय, ब्रिटेन के सबसे धनी एशियाई है.

मित्तल एल एन एम नामक उद्योग समूह के मालिक हैं, इस समूह का सबसे बड़ा व्यवसाय इस्पात क्षेत्र में है, सन 2007 में उन्हें यूरोप का सबसे अमीर हिन्दू और एशियन माना गया.

सन 2002 में ब्रिटेन के आठवें नंबर का सबसे अमीर व्यक्ति होने के बावजूद वे ब्रिटिश नागरिक नहीं हैं.

सन 2011 में फोर्ब्स ने उन्हें विश्व का छठा सबसे अमीर व्यक्ति माना।

वह ‘विश्व स्टील संगठन’ के कार्यकारी समिति, भारतीय प्रधानमंत्री के ‘वैश्विक सलाहकार समिति’, कज़ाकिस्तान में ‘फॉरेन इन्वेस्टमेंट कौंसिल’, ‘वर्ल्ड इकनोमिक फोरम’ के अन्तराष्ट्रीय व्यापार समिति, और मोजांबिक के राष्ट्रपति के अन्तराष्ट्रीय सलाहकार बोर्ड के सदस्य हैं.

वह अमेरिका स्थित केल्लोग्स स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के सलाहकार बोर्ड और ‘क्लीवलैंड क्लिनिक’ के ‘बोर्ड ऑफ़ ट्रस्टीज’ के सदस्य भी हैं.

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